- कांड संख्या 17/2022 में आरोपी बनाने का आग्रह किया गया था
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हिंसा के दौरान डोरंडा थाना में दर्ज प्राथमिकी में पहले से ही आरोपी है
Vinit Abha Upadhyay
Ranchi : रांची हिंसा के दौरान डोरंडा थाना में दर्ज प्राथमिकी में आरोपी बनाए गए नवाब चिश्ती के खिलाफ CID ने कई सबूत इकट्ठा किए हैं, जिसके आधार पर अब नवाब चिश्ती को रांची हिंसा से जुड़े उस केस में भी आरोपी बनाया गया है, जिसमें भीड़ द्वारा मंदिर में तोड़-फोड़ और पुलिस बल पर फायरिंग का केस दर्ज किया गया है. नवाब चिश्ती फिलहाल न्यायिक हिरासत में है. उसने रांची सिविल कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट में अपनी जमानत की गुहार लगाई थी, लेकिन उसे बेल देने से निचली अदालत और हाईकोर्ट इंकार कर चुका है. CID के डीएसपी ने कोर्ट में आवेदन देकर उसे डेली मार्केट थाना में दर्ज कांड संख्या 17/2022 में आरोपी बनाने का आग्रह किया था. जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है. CID के द्वारा कोर्ट में इस बात से जुड़े कई सबूत भी पेश किए गए, जिससे रांची हिंसा में उसकी संलिप्तता प्रतीत होती है.
फिलहाल केस की जांच CID कर रही है
डेली मार्केट थाना में रांची हिंसा के बाद कांड संख्या 17/2022 दर्ज की गई थी. इस केस के सूचक रांची के तत्कालीन टाउन सीओ अमित भगत हैं. उनके आवेदन के आधार पर दर्ज की गई प्राथमिकी में नदीम अंसारी, शाहबाज, शदाब, सद्दाम हुसैन, शबीर अंसारी, जमाल गद्दी समेत 22 लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया था. वहीं करीब आठ से दस हजार अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है. फिलहाल इस केस की जांच CID (अपराध अनुसंधान विभाग) कर रही है. प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि सोची समझी साजिश के तहत दस जून को रांची के मेन रोड में हिंसा की गई. मंदिर पर पथराव किया गया और तोड़ फोड़ की गई. वहीं पुलिसकर्मियों से उनके हथियार छीनने की कोशिश की गई और उन पर जान लेने की नीयत से फायरिंग की गई.
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