Ranchi: दिल्ली में चल रहे विश्व पुस्तक मेले में रांची के अक्षत देव की लिखी और नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित पुस्तक “Song of the Rebel” का विमोचन किया गया. विमोचन पर केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री राजकुमार रंजन, राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक युवराज मलिक, नोबल पुरस्कार विजेता ऐनी एर्नोक्स, फ्रांस के राजदूत इमैनुअल लेनिन, फ्रांस दूतावास में सांस्कृतिक मामलों के सलाहकार इमैनुएल लेब्रल डेमियंस और आईटीपीओ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरौला मौजूद रहे.
यह पुस्तक 1855 की हूल क्रांति पर लिखी एक ऐतिहासिक कल्पित कथा है. जिसमें क्रांति के नायक सिदो कान्हू की वीर गाथा को अनोखे ढंग से प्रदर्शित किया गया है. पुस्तक राष्ट्रीय पुस्तक न्यास द्वारा आयोजित पुस्तक मेलों, न्यास की वेबसाइट और स्कूलों में लगने वाले कैंप्स में मिलेगी.
बताते चलें कि अक्षत का चयन राष्ट्रीय स्तर के पीएम युवा मेंटरशिप कांटेस्ट के जरिए हुआ था. करीब 1 साल के गहन अध्ययन और रिसर्च के बाद अक्षत इस कहानी को लिखने में सफल रहे. अक्षत ने बताया कि इस विषय पर कहानी को लिखने के पीछे उनका उद्देश्य था की लोग हूल क्रांति को भी जानें जैसे बिरसा मुंडा के उलगुलान को जानते हैं.
मांडर प्रखंड में शिक्षक माता-पिता के यहां जन्में अक्षत की शुरुआती पढ़ाई गांव में हुई. फिर उन्होंने डीएवी कपिलदेव और गोस्सनर कॉलेज से आगे की पढ़ाई की. फिलहाल अक्षत भारत की एक बड़ी कंपनी में मार्केटिंग टीम लीडर के पद पर कार्यरत हैं.
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