Shruti Singh
Ranchi : देश की महिलाओं के लिए पीरियड्स लीव की मांग को लेकर ओडिसा की रंजीता प्रियदर्शिनी काम कर रही है. इसी क्रम में वो बीते रविवार को झारखंड की राजधानी रांची पहुंची. रंजीता एलएलएम की छात्रा हैं जो क्रिमिनल लॉ और साइबर लॉ में स्पेशलाइजेशन कर रही हैं. रंजीता प्रियदर्शिनी मानव संसाधन कल्याण अधिकारी हैं. पिछले 15 वर्षों से वो लोगों की मदद कर रही है. अबतक करीब 20,000 से अधिक लोगों की मदद कर चुकी है.
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मासिक महामारी की परेशानी को दूर करना है
रंजीता प्रियदर्शिनी ने लगातार डॉट इन से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि देश के कई राज्य (जैसे ओडिसा, राजस्थान, छतीसगढ़, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, बंगाल) में जाकर लोगों को चाइल्ड लेबर, चाइल्ड एजुकेशन, चाइल्ड मैरेज के लिए मदद कर चुकी है. उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य महिलाओं के होने वाली मासिक महामारी के दौरान काम करने में होने वाली परेशानी को दूर करना है. आज के समय में भारत में लगभग 26% से 30% महिलाएं काम कर रही है. देश के जीडीपी (ग्रॉस डोकेस्टिक प्रोडक्ट) में भी महिलाओं का बहुत बड़ा योगदान है. प्राइवेट कंपनियों में महिलाओं की संख्या अधिक होती है. जिसके कारण उन्हे महीने में होने वाली महामारी (पीरियड्स) से भी जूझना पड़ता है. ऐसे में उस दौरान महिलाओं को छट्टी मिलनी चाहिए. उन्होंने बताया की जब वो वर्किंग गर्ल थी, उनके साथ ऐसे बहुत सी स्तिथि बनी जिससे उन्हें गुजरना पड़ा.
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शीर्ष अदालत में जनहित याचिका दायर की गई है
बता दें कि भारत के शीर्ष अदालत में महिला श्रमिकों के लिए पेड पीरियड लीव के लिए याचिका दायर किया गया है. सुप्रीम कोर्ट में मगंलवार (10 जनवरी) को जनहित याचिका दायर की गई है. याचिकाकर्ता ने बताया कि गर्भावस्था के लिए तो अवकाश मिलता है, पर मासिक धर्म के लिए नहीं. कुछ राज्यों ने महीने में 2 दिन छुट्टी का प्रावधान बनाया है. सबको ऐसे नियम बनाने का निर्देश दिया जाए. यह याचिका वकील शैलेंद्र मणि त्रिपाठी ने दायर की.
33 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों से मिला समर्थन
रंजीता प्रियदर्शिनी ने बताया कि इस काम के लिए उन्हें 33 से अधिक अंतरराष्ट्रीय संगठनों का साथ मिला है. उन्होंने बताया किअब तक भारत में 15 प्रतिष्ठानों ने महिला कर्मचारियों के लिए पेड पीरियड लीव लागू कर दिया है. ये प्रतिष्ठान अवनकार ग्रुप दिल्ली, राजस्थान हर्बल इंटरनेशनल प्रा. लिमिटेड-झुंझुनू, राजस्थान, मोसो विजन प्रा. लिमिटेड दिल्ली, कन्यादान फाउंडेशन दिल्ली, रूट्स टू ब्लूम लखनऊ, लिटिल मिलेनियम प्रीस्कूल कुर्सी रोड लखनऊ, अभिशा पैड मैन्युफैक्चरिंग कंपनी उत्तर प्रदेश, अभिशा फाउंडेशन उत्तर प्रदेश, सिबा होटल संबलपुर ओडिशा, सिबा मेडिसिन होलसेलर संबलपुर ओडिशा, होटल ईशा पैलेस, पुरी ओडिशा, साक्षी हैंडलूम संबलपुर ओडिशा और दिल्ली, पयोदा डायरी फार्म और खाद्य उत्पाद हरियाणा, विडेंटुर एक्ज़ीक्यूटर्स प्राइवेट लिमिटेड ओडिशा, इनोव स्टफ हैं. झारखंड की महिलाओं को भी इस तरह की सुविधा मिले इसके लिए वो रांची आयी है. रंजीता प्रियदर्शिनी का मुख्य उद्देश्य झारखंड के लेबर मिनिस्टर सत्यानंद भोगता से मिलना है.
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