NewDelhi : राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह ने कल की हिंसा को लेकर कहा कि ऐसे नहीं चलेगा आंदोलन, हम लोगों को पिटवाने नहीं आये हैं. हम आंदोलन वापस ले रहे हैं, साथ ही कहा कि यह संघर्ष समिति का नहीं हमारा फैसला है. कहा कि आंदोलन गलत रास्ते पर चला गया है.
राकेश टिकैत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अलग रूट पर जाना जाहते थे. कहा कि हम आंदोलन से अलग हो रहे हैं. किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. हिन्दुस्तान का झंडा, गरिमा, मर्यादा सबकी है. उस मर्यादा को अगर भंग किया है, भंग करने वाले गलत हैं और जिन्होंने भंग करने दिया वो भी गलत हैं.
ITO में एक साथी शहीद भी हो गया. जो लेकर गया या जिसने उकसाया उसके खिलाफ पूरी कार्रवाई होनी चाहिए.इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) ने भी आंदोलन वापस लेने की घोषणा की. किसान नेता भानु प्रताप सिंह ने कहा- दिल्ली में कल जो हुआ उससे आहत हूं. लालकिला की घटना से परेशान हूं इसलिए धरना खत्म कर रहा हूं.
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22 FIR दर्ज कर ली गयी हैं
उधर 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च के नाम पर दिल्ली में उत्पात मचाने वाले किसानों पर दिल्ली पुलिस ऐक्शन में जुट गयी है. बताया गया है कि अभी तक अलग थाना मं 22 FIR दर्ज कर ली गयी हैं. लघभग 200 उपद्रवी हिरासत में लिये गये है. दीप संधू , योगेंद्र यादव समेत कई किसान नेताओं पर केस दर्ज किये जाने की खबर है. दिल्ली पुलिस अब जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर प्रदर्शनकारियों की पहचान करने में जुटी है.
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने भी लाल किले पहुंच कर नुकसान का जायजा लिया
लालकिले, नांगलोई, मुकरबा चौक, सेंट्रल दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकालने के लिए स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच की मदद भी ली जा रही है. पुलिस पर हमला करने वालों, लालकिले पर चढ़ने वालों, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर पुलिस की नजरें हैं. साथ ही उन किसान नेताओं की पहचान भी की जा रही है जिन्होंने आंदोलनकारियों को निर्धारित रूट से अलग सेंट्रल दिल्ली में जाने के लिए भड़काया.
बुधवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने भी लाल किले पहुंच कर नुकसान का जायजा लिया. केंद्रीय गृह मंत्रालय में भी कल की घटना को लेकर बैठक चल रही है. सीआरपीएफ डीजी बुधवार सुबह गृह मंत्रालय पहुंचे, जहां वो गृह सचिव अजय भल्ला को लालकिले में हुई घटना की जानकारी देंगे.
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