LagatarDesk : आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने 4 मई को अचानक ब्याज दरों में बदलाव करने का ऐलान किया था. शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया था. जिसके कारण लोगों पर महंगाई का बोझ बढ़ गया था. लोगों पर अभी महंगाई की और मार पड़ने वाली है. क्योंकि जून में आरबीआई फिर से ब्याज दर बढ़ायेगा. एजेंसी आईएएनएस से यह खबर सामने आयी है. अगर आरबीआई अगले महीने ब्याज दरों में बढ़ोतरी करता है तो लोगों को होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन लेना महंगा हो जायेगा. जिसके कारण लोगों को पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी होगी.
भारतीय रिजर्व बैंक (@RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (@DasShaktikanta) ने कहा कि जून की आगामी बैठक के दौरान ब्याज दरों में बढ़ोतरी की जायेगी। उन्होंने कहा कि अगले माह आरबीआई महंगाई का नया पूर्वानुमान जारी करेगा। pic.twitter.com/YNpd0cp94A
— IANS Hindi (@IANSKhabar) May 23, 2022
अगली एमपीसी की बैठक में रेपो रेट में होगी बढ़ोतरी
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक भारतीय मुद्रा के अवमूल्यन की अनुमति नहीं दे सकता है. आरबीआई को करेंसी बाजार की अस्थिरता को रोकना है. इसलिए अगले माह आरबीआई महंगाई का नया पूर्वानुमान जारी करेगा. शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि रेपो दर में बढ़ोतरी की जायेगी. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि यह बढ़ोतरी कितनी होगी. शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई के इस कदम से खुदरा कीमतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
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अचानक बैठक कर आरबीआई ने ब्याज दरों में की थी बढ़ोतरी
बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 4 मई को अचानक एमपीसी की बैठक की थी. इसके बाद प्रेस कांफ्रेस करके शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाने का ऐलान किया था. आरबीआई ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया था. वहीं कैश रिजर्व रेशियो (CRR) को भी 0.50 फीसदी बढ़ाकर 4.50 फीसदी कर दिया था. शक्तिकांत दास ने रेपो रेट बढ़ाने के पीछे का कारण बेकाबू होती महंगाई को बताया था.
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