Mumbai : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा की है. बता दें कि महंगाई पर काबू पाने के लिए केंद्रीय बैंक लगातार रेपो रेट में इजाफा कर रहा है. इससे पहले पांच अगस्त को भी RBI ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी का इजाफा किया था. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मॉनीटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक के बाद शक्तिकांत दास ने यह जानकारी दी.
RBI Governor Shaktikanta Das announces that RBI “increases the policy repo rate by 50 basis points to 5.9% with immediate effect.” pic.twitter.com/YpDjOVsgus
— ANI (@ANI) September 30, 2022
केंद्रीय बैंक मई के बाद से रेपो रेट में चार बार इजाफा कर चुका है
आज हुई बढ़ोतरी की बात करें तो केंद्रीय बैंक मई के बाद से रेपो रेट में अब तक चार बार इजाफा कर चुका है. इस वजह से रेपो रेट अब 5.90 फीसदी पर पहुंच गया है. इससे पहले यह 5.40 पर था. शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और रूस-यूक्रेन युद्ध के झटके के बाद एक और तूफान वैश्विक केंद्रीय बैंकों द्वारा आक्रामक मौद्रिक नीतियों से उत्पन्न हुआ है.
अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में 75 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था
कहा कि दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने महंगाई पर काबू पाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है. अमेरिकी फेड रिजर्व ने ब्याज दरों में लगातार 75 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया था. इसकी वजह से रुपये पर दबाव बढ़ गया था.
खबर है कि रिजर्व बैंक ने वित्त वर्ष 2022-23 (FY23) के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के ग्रोथ के अनुमान भी 7.2 फीसदी से घटाकर 7 फीसदी कर दिया है. शक्तिकांत दास ने कहा कि आज महंगाई दर 7 फीसदी के आसपास मंडरा रही है. हमें उम्मीद है कि साल की दूसरी छमाही में यह 6 फीसदी पर बनी रहेगी.
इसका असर बैंक के ग्राहकों पर पड़ेगा
रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद कर्ज महंगा हो जायेगा, क्योंकि बैंकों की बोरोइंग कॉस्ट बढ़ जायेगी. इसका असर बैंक के ग्राहकों पर पड़ेगा. होम लोन के अलावा ऑटो लोन और अन्य लोन भी महंगे हो जाएंगे. रेपो दर (Repo Rate) का सीधा संबंध बैंक से लिए जाने वाले लोन (Loan) और ईएमआई (EMI) से है. जान लें कि रेपो रेट वह दर होता है जिस पर आरबीआई (RBI) बैंकों को कर्ज देता है.