एसपी को ज्ञापन सौंप कर न्याय की गुहार लगाया
Latehar: नवसृजित प्रखंड सरयू व छिपादोहर थाना के कुक्कू ग्राम निवासी अनिल कुमार सिंह ने पुलिस अधीक्षक लातेहार को एक ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि गत 23 फरवरी 2022 की रात तकरीबन एक बजे गारू थाना के तत्कालीन थाना प्रभारी रंजीत कुमार यादव, पुअनि शहीद अंसारी व एक अन्य पुलिस कर्मी के द्वारा उसकी बुरी तरह पिटाई की गई थी, एवं जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया था. वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया था. इसे ले कर 15 मार्च को उन्होंने जिला एवं सत्र अपर न्यायाधीश सह स्पेशल कोर्ट (एससी/एसटी एक्ट) लातेहार में परिवाद पत्र संख्या 07/2022 एवं उच्च न्यायालय में मामला दर्ज है. गत 16 मार्च की सुनवाई के बाद उस पर अलग-अलग लोगों के द्वारा मुकदमा वापस लेने का दवाब दिया जा रहा है. उसके गैर हाजिरी में उसके घर आ कर घर के लोगों को धमकी दी जाती है. अनिल कुमार सिंह ने जानमाल की सुरक्षा देने की मांग एसपी से की है.
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सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों को किया जागरूक
Latehar: महुआडांड़ प्रखंड के चैनपुर पंचायत के आजीविका न्याय सलाह केंद्र, अक्शी के तत्वावधान मे एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में डायन-बिसाही व छूआछूत समेत अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया. बतौर मुख्य अतिथि प्रखंड प्रमुख कंचन कुजूर ने कहा कि समाज में व्याप्त कुरीतियों को मिटाने के लिए सबों को आगे आना चाहिए. उन्होंने बाल विवाह व मानव तस्करी रोकने के लिए लोगों को सजग होने की अपील की. इसके अलावा महिला हिंसा व घरेलू उत्पीड़न की जानकारी दी. कार्यक्रम का आयोजन जेएसएलपीएस के द्वारा किया गया. इसके अलावा ग्रामीणों को सामाजिक सुरक्षा योजना, डिजिटल लेन देन के लाभ एवं डिजिटल फ्रॉड से बचने के उपायों को बताया गया. मुद्रा लोन पर भी चर्चा की गई. कार्यक्रम में जेएसएलपीएस के बीपीएम तेजू सिंह, बीपीओ सुजीत कुमार, सीसी लिली प्यारी कुजूर, अंगनी कुमारी, जैनब खातून, सुगंति देवी, सरस्वती कुमारी, ललिता देवी, रिजवाना खातून समेत सखी मंडल की कई सदस्य आदि उपस्थित थे.
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पीटीआर क्षेत्र के बाघों की सही गणना कराने की मांग
Latehar: वन एवं पर्यावरण विभाग के बरवाडीह प्रखंड सांसद प्रतिनिधि अजय सोनी ने पलामू टाइगर रिजर्व (पीटीआर) वन क्षेत्र में बाघों की गणना एवं उनकी सही स्थिति की जांच करवाने की मांग सांसद सुनील सिंह से की है. सोनी ने कहा की पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में एक भी बाघ नहीं होने के बावजूद पीटीआर के अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गलत रिपोर्ट सौंपी गई हैं. पीटीआर के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों गांव हैं. इन गांवों में निवास करने वाले ग्रामीणों ने कभी भी इस क्षेत्र में बाघ देखे जाने का दावा नहीं किया है. पीटीआर के अधिकारी साल में एक बार घूमने निकल जाते हैं तो उन्हें बाघ दिखाई दे जाता है. उन्होने कहा कि हास्यास्पद तो यह है की बाघ अधिकारियों को फोटो और वीडीओ बनाने के लिए पोज भी देता है. सोनी ने कहा कि बाघ संरक्षण के नाम पर करोड़ों रुपये का आवंटन प्राप्त करने के लिए वन विभाग द्वारा पीटीआर में बाघ की उपस्थिति दिखायी गई है. उन्होंने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है.