प्रधान महालेखाकार कार्यालय की ऑडिट टीम जुटी है जांच में
Vinit Abha Upadhyay
Ranchi : एकाउंटेंट जनरल (प्रधान महालेखाकार) कार्यालय की ऑडिट टीम राजधानी रांची में आदिवासी खाते की जमीन की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड की जांच कर रही है. ऑडिट टीम में असिस्टेंट सुपरवाइजर नवीन प्रकाश कुल्लू, सीनियर ऑडिटर प्रवीण कुमार, सीनियर ऑडिट ऑफिसर संतोष प्रसाद और सीनियर ऑडिट ऑफिसर उत्तम मेहरा शामिल हैं. इसके साथ ही ऑडिट टीम 46 के परमिशन यानी आदिवासी व्यक्ति की भूमि खरीदने के लिए आदिवासी व्यक्ति को मिलने वाले आदेश और 49 के परमिशन यानी आदिवासी खाते की जमीन की रजिस्ट्री गैर आदिवासी व्यक्ति या संस्था को किसी विशेष मकसद से किए जाने के आदेशों की भी जांच करेगी. ऑडिट टीम इस बात की जांच में जुटी है कि आदिवासी खाते के जिन भूखंडों का हस्तांतरण गैर आदिवासी व्यक्तियों को किया गया है, वह पूरी तरह से नियम संगत है या नहीं. वहीं एसएआर और इस्तीफा-कबूलियत के आधार पर जिन आदिवासी खातों के भूखंडों की रजिस्ट्री की गई है, वह नियमानुसार हुई है या नहीं.
2018 से अबतक का रिकार्ड खंगालेगी ऑडिट टीम
ऑडिट टीम वर्ष 2018 से लेकर अब तक के सभी रिकॉर्ड को खंगालेगी. रांची के सभी 5 रजिस्ट्री कार्यालयों में ऑडिट की जा रही है. अनुमान के मुताबिक रांची में पिछले लगभग एक वर्ष में 4000 से ज्यादा आदिवासी खातों की जमीन की खरीद-बिक्री हुई है और विभिन्न अंचलों में निबंधित भूखंडों का म्यूटेशन भी किया गया है. जिन इलाकों में आदिवासी खाते की जमीन की सबसे ज्यादा खरीद-बिक्री हुई है, उनमें हेहल, बड़गाईं,नामकुम, रातू ,नगड़ी, अरगोड़ा, ओरमांझी और कांके अंचल के इलाके शामिल हैं. इन अंचलों में भी ऑडिट टीम जांच करेगी. जानकरी के मुताबिक रिकॉर्ड खंगालने के बाद टीम फील्ड विजिट कर स्थिति का जायजा लेगी.
आदिवासियों की जमीन पर बस गईं कई कॉलोनियां
राजधानी रांची में आदिवासियों की जमीन की खरीद-बिक्री धड़ल्ले से हुई है. आदिवासियों की जमीन पर कई कॉलोनियां बस गईं हैं. आदिवासियों की जमीन की खरीद-बिक्री में आदिवासी समाज के लोग ही शामिल रहे हैं. बिचौलिए पहले भोले-बाले आदिवासियों को बरगला कर या ठग कर उनकी जमीन औने-पौने दाम पर खुद अपने नाम पर निबंधन करा लेते हैं, फिर ऊंची कीमत पर गैर आदिवासियों को बेच दिया करते हैं. अलग राज्य बनने के बाद से ही यह धंधा तेजी से फल फूल रहा है. लेकिन 2018 के बाद से आदिवासी जमीन की खरीद बिक्री में तेजी आयी है. सीएनटी एक्ट का उल्लंघन करते हुए भी आदिवासियों की जमीन की खूब खरीद-बिक्री हुई है. अब ऑडिट टीम ऐसी ही जमीन का पता लगा रही है.
इसे भी पढ़ें : डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड की लगातार दूसरी शर्मनाक हार, श्रीलंका ने 8 विकेट से हराया