Mumbai : द कश्मीर फाइल्स फिल्म का विरोध करने वालों की फेहरिस्त में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार भी शामिल हो गये हैं. बता दें कि मुंबई से लेकर दिल्ली तक इस मामले मे सियासत गर्म है. एक तरफ भाजपा शासित राज्यों में फिल्म को टैक्स फ्री किया जा रहा है, तो दूसरी तरफ विपक्ष इस फिल्म का विरोध कर रहा है. दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल समेत उनकी पार्टी आप और भाजपा के बीच जुबानी जंग जारी है.
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ज्यादातर राजनीतिक दल फिल्म के विरोध में
भाजपा से अलग सोच रखने वाले ज्यादातर राजनीतिक दल इस फिल्म के विरोध में हैं. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने इस फिल्म पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में देश भर में झूठ फैलाया जा रहा है. झूठ की वजह से देश का माहौल जहरीला बनाने की कोशिशें जारी है. दिल्ली में एनसीपी के एक कार्यक्रम में पवार ने कहा कि इस प्रकार की फिल्म को स्क्रीनिंग के लिए इजाजत नहीं देनी चाहिए थी. इसके उलट इस फिल्म को टैक्स फ्री किया जा रहा है.
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यह फिल्म लोगों को भड़काने का काम करती है
उन्होंने कहा कि जिन लोगों को देश को एकजुट रखने के प्रति जिम्मेदारी निभानी चाहिए. वही जनता से इस फिल्म को देखने की अपील कर रहे हैं. पवार ने कहा, यह फिल्म लोगों को भड़काने का काम करती है. जिसे भाजपा द्वारा समर्थन दिया जा रहा है. इस क्रम में शरद पवार ने कहा कि यह बात सत्य है कि कश्मीरी पंडितों को घाटी से भागना पड़ा था लेकिन मुसलमानों को भी इसी प्रकार से प्रताड़ित किया गया था.
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ लोगों के दिल में नफरत और गुस्सा भड़काने के सिर्फ देश का माहौल खराब होगा कहा कि पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी संगठन कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर हमले के लिए जिम्मेदार थे.
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कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ तब देश में वीपी सिंह की सरकार थी
शरद पवार ने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों का पलायन हुआ तब देश में वीपी सिंह की सरकार थी, जिन्हें बीजेपी का समर्थन प्राप्त था. उस समय मुफ्ती मोहम्मद सईद गृहमंत्री थे और जगमोहन जम्मू कश्मीर के राज्यापाल थे. जिन्होंने बाद में भाजपा के टिकट पर दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. पवार ने कहा कि जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला ने जगमोहन के साथ अपने मतभेदों की वजह से इस्तीफा दे दिया था.
उस समय राज्यपाल ने कश्मीरी पंडितों को घाटी से पलायन में मदद की थी. बता दें कि द कश्मीर फाइल्स का विरोध कांग्रेस पार्टी भी कर कर रही है. कांग्रेसी नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर यह आरोप लगाया है कि इस फिल्म के जरिए जनता के बीच नफरत फैलाई जा रही है.