Kharsawan : सरायकेला-खरसावां जिला के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में ओड़िया भाषा में नाम अंकित कराने की मांग को लेकर उत्कल सम्मेलनी के सरायकेला-खरसावां जिला समिति के सदस्यों ने खरसावां विधायक दशरथ गागराई को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में विधायक से सरायकेला-खरसावां जिला के विभिन्न रेलवे स्टेशनों में ओड़िया भाषा में नाम अंकित कराने की पहल करने का आग्रह किया गया है. ओड़िया सामाजिक संगठन की उत्कल सम्मेलनी की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि देश की आजादी के बाद से ही राजखरसावां, आदित्यपुर, बिरबांस, सीनी व गम्हरिया के रेलवे स्टेशन में स्टेशन का नाम हिंदी, अंग्रेजी व ओड़िया भाषा में लिखा जाता रहा है.
इसे भी पढ़ें : सरायकेला में भाजयुमो जब तक सशक्त नहीं होगी पार्टी मजबूत नहीं होगी : उदय सिंहदेव
हाल के दिनों में एक षड्यंत्र के तहत इन रेलवे स्टेशनों के शिलापट्ट पर ओड़िया भाषा में लिखे स्टेशन के नाम को मिटा दिया गया है. इससे ओड़िया भाषी जनता मर्माहत हैं. ज्ञापन में कहा गया है कि ओड़िया भाषा को झारखंड सरकार ने पूर्व में ही राज्य का द्वितीय राजभाषा की मान्यता दी है. साथ ही भारत सरकार की ओर से भी ओड़िया भाषा को शास्त्रीय भाषा की मान्यता दी गई है. रेलवे स्टेशनों में पूर्ववत ओड़िया भाषा में भी स्टेशन का नाम लिखाने के लिए पहल करने का आग्रह किया गया है. ज्ञापन सौंपने वालों में उत्कल सम्मेलनी के जिला महासचिव सुशील कुमार षाड़ंगी, सह सचिव सपन कुमार मंडल, चंद्रभानु प्रधान, भरत चंद्र मिश्रा, रंजीत मंडल, रश्मि रंजन मिश्रा आदि शामिल थे.