- वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 450 छात्रावासों में से 81 का हो रहा जीर्णोद्धार
Ranchi : झारखंड के विभिन्न जिलों में राज्य योजना अंतर्गत करीब 450 छात्रावासों का संचालन किया जा रहा है. सभी छात्रावास अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विभाग द्वारा संचालित हैं. कई जिलों में ऐसे छात्रावासों की स्थिति काफी जर्जर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते दिनों विभागीय समीक्षा में निर्देश दिया था कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में स्वीकृति छात्रावासों की मरम्मत और जीर्णोद्धार काम को जल्द से जल्द पूरा किया जाये. विभागीय जानकारी के मुताबिक सिमडेगा जिला ने छात्रावासों के जीर्णोद्धार का काम पूरा कर लिया है. यहां पर कुल 12 छात्रवासों के जीर्णोद्धार की योजना स्वीकृति हुई थी. साहेबगंज में कुल 4 और लातेहार में कुल 1 छात्रावास के जीर्णोद्धार का काम 90 प्रतिशत पूरा हो गया है. जबकि गोड्डा और गुमला में क्रमशः 5 और 4 की स्थिति काफी खराब है. इन दो जिलों में अभी तक केवल 30 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है.
गोड्डा और गुमला की स्थिति काफी खराब
वित्तीय वर्ष 2020-21 में कुल 450 छात्रावासों में 81 की जीर्णोद्धार योजना की अनुमति मिली थी. इसके लिए कुल 13.13 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है. सिमडेगा में 12, साहेबगंज में 4, लातेहार में 1, लोहरदगा में 5, सरायकेला और खरसावां में 4, गिरिडीह में 4, पश्चिम सिंहभूम में 7, पूर्वी सिंहभूम में 17, दुमका में 3, रांची में 1, देवघर में 10, पाकुड़ में 4, गोड्डा में 5, गुमला में 4 के जीर्णोद्धार की स्वीकृति मिली हुई है. इसमें से सिमेडगा, साहेबगंज, लातेहार और लोहरदगा की स्थिति काफी बेहतर है. सरायकेला-खरसावां, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गिरीडीह ने 50 प्रतिशत से अधिक का काम पूरा कर लिया है. वहीं, गोड्डा और गुमला की स्थिति काफी खराब है.
68 के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव विभाग के पास
वहीं, वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 450 छात्रावासों में से कुल 68 के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव विभाग के पास है. इसमें सबसे अधिक रांची में 16, जामताड़ा में 14 और दुमका में 11 का जीर्णोद्धार किया जाना है. वहीं, गढ़वा में 6, कोडरमा में 5, पश्चिम सिंहभूम में 4, बोकारो में 3, धनबाद, खूंटी, लातेहार, पलामू में 2 -2 और लोहरदगा में 1 छात्रावास के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव विभाग के पास है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जल्द ही राज्य के सभी जिलों के डीसी से इसके बाबत एक बैठक की जानी है.
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