Ranchi : रिम्स में 350 डॉक्टर कार्यरत हैं. डॉक्टरों को नॉन प्रैक्टिस एलाउंस (एनपीए) लेने के लिए प्रबंधन ने शपथपत्र जमा करना अनिवार्य किया है. प्रबंधन की ओर से 42 चिकित्सकों की सूची जारी की गई है. जिन्होंने अब तक शपथ पत्र दायर नहीं किया है. गौरतलब है कि निर्देश के बाद दिसंबर 2012 से 7 अक्टूबर 2014 तक की अवधि के लिए एनपीए की भुगतान की स्वीकृति दी गई है. आदेश के आलोक में चिकित्सकों से प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करने से संबंधित शपथ पत्र देना आवश्यक है. प्रबंधन की ओर से कहा गया है कि वैसे चिकित्सक जो शपथ पत्र जमा नहीं करते हैं, तो माना जाएगा कि ये सभी डॉक्टर निजी प्रैक्टिस करते हैं और इन्हें एनपीए की जरूरत नहीं है.
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जमा किए गए शपथ पत्र की होगी जांच
रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि रिम्स में 350 डॉक्टर कार्यरत हैं. इनमें से 308 डॉक्टरों ने शपथ पत्र जमा कर बताया है कि वे रिम्स के अलावा कहीं भी प्राइवेट प्रैक्टिस नहीं करते हैं. जमा किए गए शपथ पत्र की जांच की जाएगी. जिसके बाद एफिडेविट के आधार पर उनके एनपीए के एरियर का भुगतान का रास्ता साफ हो सकेगा.
रिम्स के कई डॉक्टर करते हैं प्राइवेट प्रैक्टिस
जगजाहिर है कि रिम्स के कई डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस करते हैं. कई ऐसे डॉक्टर हैं, जो रिम्स के बाद अन्य जगह और क्लिनिक में मरीजों को देखते हैं. रिम्स निदेशक ने स्पष्ट कहा है कि निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. लेकिन कार्रवाई शायद ही कभी होती है.
इन्होंने नहीं जमा किया शपथ पत्र
डॉ स्व. सुरेंद्र कुमार सिंह, डॉ स्व. सुशील कच्छप, डॉ अनुभा विद्यार्थी, डॉ ललिता खेस, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सोमेश ठाकुर, डॉ गोपा चौधरी, डॉ सुरेश कुमार टोप्पो, डॉ प्रणीता श्रीवास्तव, डॉ कुमार आशुतोष, डॉ अनूप कुमार, डॉ समरीना कमल, डॉ राजीव कुमार रंजन, डॉ हर्ष प्रिया, डॉ रितेश कुमार, डॉ सतीश कुमार, डॉ मिनी सिन्हा, डॉ अमरदीप कुमार, डॉ आलोक चंद्र प्रकाश, डॉ रोहित कुमार झा, डॉ निखत जबीन, डॉ सुरेंद्र बास्की, डॉ अंशुमन रोहित तेवान, डॉ एम सिराज अली, डॉ मासूम पी भेंगरा, डॉ अभिषेक कुमार, डॉ जीनत प्रवीण, डॉ आरती ज्योति, डॉ मुक्ति लता खेस, डॉ प्रवीण कुमार झा, डॉ राणा वीरेंद्र, डॉ जेवेश मल्लिक, डॉ अभिषेक रंजन, डॉ दिव्य सिंह, डॉ अनीता होरो, डॉ आदित्य प्रकाश, डॉ विश्वम्बर सिंह, डॉ विद्यानंद, डॉ राकेश कुमार, डॉ गौरी कुमारी, डॉ रजनीश कुमार और डॉ ज्योति.
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