Ranchi: गंभीर मरीज के अस्पताल आते ही उन्हें किस तरह बचाया जाए, कैसे इलाज के प्रकार को अपनाया जाए. इसे लेकर रिम्स क्रिटिकल केयर विभाग की ओर से रविवार को फंडामेंटल क्रिटिकल केयर स्पोर्ट एफसीसीएस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इसमें करीब 40 पीजी, एमबीबीएस छात्र-छात्राओं सहित 10 फैकल्टी शामिल थे. क्रिटिकल केयर यूनिट के एचओडी डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि फंडामेंटल क्रिटिकल केयर स्पोर्ट के बारे में सभी को प्रैक्टिकली जानकारी दी गई. जो गहन चिकित्सा से संबंधित कोर्स जो अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन द्वारा पूरे विश्व में संचालित है. भारत में भी ये कोर्स अलग-अलग एजेंसी द्वारा करवाया जा रहा है. उसी कड़ी में रिम्स के जूनियर व सीनियर डॉक्टरों को इसकी कई बारीकियों से अवगत कराया गया ताकि वे इमरजेंसी में ऐसे गंभीर मरीजों की जान बचा सकें. यह कोर्स दो दिन का है, जिसमें गहन चिकित्सा से संबंधित बेसिक मैनेजमेंट के बारे में बताया जाएगा.
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प्रशिक्षण में शामिल हुए 3 फैकेल्टी
जिन लोगों ने प्रशिक्षण दिया उनमें तीन फैकल्टी शामिल हैं. इनमें अहमदाबाद से आए डॉ जिगर मेहता, डॉ राज रावल और अमेरिका से आए डॉ जयदीप शाह शामिल हैं. इन सभी प्रतिभागियों को अमेरिकन कॉलेज ऑफ क्रिटिकल केयर मेडिसिन की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा.
स्ट्रोक मैनेजमेंट से लेकर हार्ट अटैक जैसी इमरजेंसी के बारे में बताया गया
प्रतिभागियों को कई इमरजेंसी सेवाओं से निपटने के बारे में बताया गया. इसमें स्ट्रोक मैनेजमेंट, हार्ट अटैक, श्वसन रोग सहित ट्रामा इमरजेंसी के बारे में जानकारी दी गई. बताया गया कि कैसे इन सभी गंभीर मरीजों के इलाज से पहले किस तरह के उपाए अपनाने चाहिए जिससे इनकी समस्या कम हो और आगे इलाज में आसानी हो. इसमें एनेस्थेटिस्ट के विशेष कार्य पर जोर दिया गया. मालूम हो कि इस तरह के क्रिटिकल केयर पर हैंडआन कार्यक्रम सभी मेडिको के लिए जरूरी है ताकि वे किसी भी परिस्थिति में स्थिति को हैंडल कर सके.
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