- मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को दिया कार्रवाई का निर्देश
- lagatar.in ने भी रिम्स में प्राइवेट लैब के व्यक्ति के होने पर उठाए थे सवाल
Ranchi : हाल-ए-रिम्स : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में मरीजों से इलाज के नाम पर लूट का सिलसिला धड़ल्ले से जारी है. ऐसा कर अस्पताल के कुछ लोग सीधे तौर पर प्राइवेट लैबों और खुद को आर्थिक फायदा पहुंचा रहे हैं. इसकी एक बानगी बुधवार को देखने को मिली. खूंटी जिले के एक गरीब मरीज, जो अभी रिम्स के अंकोलोजी विभाग में भर्ती है, उसका टेस्ट कराया जाना था. लेकिन रिम्स के डॉक्टरों ने यह कहकर मरीज को बाहर के लैब से टेस्ट कराने का निर्देश दे दिया कि अस्पताल में अभी मशीन खराब है.
डॉक्टरों ने मरीज को न्यू अंकित पैथो सेंटर लैब से जांच कराने का निर्देश दे दिया. मरीज ने यह जांच बीते 25 फरवरी को करायी थी. अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की गयी है. मुख्यमंत्री ने इसपर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
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प्राइवेट लैब के लोग अंदर आकर ले रहे हैं मरीजों का सैंपल
समाजसेवी अतुल गेरा ने मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया, ट्विटर पर इसकी शिकायत की. उन्होंने लिखा है कि अंकोलॉजी विभाग में ही प्राइवेट लैब के लोग आकर मरीजों का सैंपल ले रहे हैं. सैंपल लेने वाले मरीज आयुष्मान भारत योजना के लाभकर्ता भी हैं. फोन पर पता चला कि लैब का व्यक्ति सैंपल लेने के लिए अंकोलॉजी विभाग में है.
हाल-ए-रिम्स : lagatar.in ने भी इस पर उठाए थे सवाल
अपने एक मरीज की बात कहकर lagatar.in रिपोर्टर ने लैब से फोन पर संपर्क किया, पता चला कि लैब का व्यक्ति अभी भी रिम्स में है. रिपोर्टर को कहा गया कि अपने मरीज को कहिए, कि वे दूसरे तल्ले पर आ जाए.
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