Ranchi: जुमार नदी और बिरसा कृषि विवि की जमीन को समतल कर बेचने की तैयारी थी. लगातार न्यूज नेटवर्क ने इस खबर को लोगों तक पहुंचाया. नदी की जमीन पर कब्जा कर करोड़ों कमाने का प्लान बनानेवाले कमलेश कुमार पर एक नहीं, बल्कि दो-दो एफआईआर दर्ज हुए, लेकिन कार्रवाई के नाम पर पुलिस और प्रशासन की तरफ से कुछ नहीं किया जा रहा है. कांके सीओ और सीआई की तरफ से कांके थाना में दर्ज एफआईआर में जानबूझ कर कमजोर धाराएं लगायी गयी हैं, ताकि आरोपी कमलेश को बच निकलने का मौका मिल जाये.
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कार्रवाई के नाम पर बस रिवर व्यू का बोर्ड प्रोजेक्ट से हटा दिया गया है और वहां चल रहे काम को रोक दिया गया है. बताया जा रहा है कि प्रोजेक्ट से जुड़े लोग समय बीतने और मामले के ठंडा होने का इंतजार कर रहे हैं. उसके बाद फिर से काम शुरू करने की योजना है.
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कांके सीओ, सीआई और राजस्व कर्मी पर भी कार्रवाई नहीं
रांची प्रशासन की तरफ से जांच में पाया गया कि मामले में कांके सीओ की भूमिका संदिग्ध है. रांची डीसी ने सीओ अनिल कुमार पर कार्रवाई करने के लिए भू-राजस्व विभाग को पत्र लिखा. विभाग ने मामले की जांच करने के बाद कार्मिक विभाग से कार्रवाई की अनुशंसा की. कार्मिक विभाग ने सीओ को निलंबित करने के साथ कांके के सीआई और राजस्व कर्मी पर कार्रवाई की अनुशंसा कर फाइल आगे बढ़ा दी. फिलहाल फाइल सीएम के टेबल पर दो हफ्ते से विचाराधीन है. बताया जा रहा है कि इस बीच प्रोजेक्ट में जमीन देने के नाम पर कुछ लोगों से मोटी रकम ले ली गयी है.
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