Bokaro: झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने राजद को औकात में रहने की नसीहत दी है. राजद के मधुपुर विधानसभा से उपचुनाव लड़ने की इच्छा जताने पर उरांव ने यह बादत कही है. रामेश्वर के बयान पर बोकारो जिला राजद ने कड़ी आपत्ति जतायी है.
युवा राजद के प्रदेश महासचिव जितेंद्र नारायण यादव ने कहा कि शायद रामेश्वर भूल गये हैं कि 2019 विधानसभा चुनाव में झामुमो, कांग्रेस और आरजेडी का महागठबंधन था. तीनों दलों के कार्यकर्ताओं के बल पर महागठबंधन ने जीत हासिल की थी. यादव ने कहा है कि रामेश्वर उरांव को लोहरदगा से चुनाव जिताने में राजद के कार्यकर्ताओं तथा संगठन का अहम योगदान रहा है. उन्होंने कहा है कि झारखंड में राजद का भले ही एक ही विधायक है, लेकिन कई प्रत्याशियों की हार का अंतर बहुत ही कम था. राजद का वोट शेयर झामुमो और कांग्रेस को शिफ्ट हुआ था. झारखंड प्रदेश अध्यक्ष द्वारा राजद को झारखंड में कमतर आंकना भूल है.
यह बयान उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है. यादव ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की नजदीकी हार में कांग्रेस एक बड़ा कारण रही है. गठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी को 70 सीट दी गयी थी. इसमें कांग्रेस के बहुत कम प्रत्याशी चुनाव जीतकर विधानसभा में आये. झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष को इस तथ्य को भी देखना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी का जीत का प्रतिशत क्या रहा. युवा राजद के नेता ने कहा है कि कांग्रेस को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए, तब दूसरों को नसीहत देनी चाहिए. यादव ने रामेश्वर उरांव के उस बयान की भी आलोचना की जिसमें उन्होंने कहा था कि रांची में बिहारी और मरवाड़ी आकर बस गये हैं. यादव ने कहा कि कांग्रेस जैसी राष्ट्रीय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को ऐसी बात कहना शोभा नहीं देता.