Ranchi : रांची नगर निगम में सफाई काम कर चुकी एजेंसी ए टू जेड और एस्सेल इंफ्रा के बाद अब सीडीसी की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं. अब इस कड़ी में डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय भी जुड़ गये हैं. उन्होंने कहा कि शहर की सफाई से लेकर डिस्पोजल तक अलग-अलग एजेंसी को काम दिया गया है, लेकिन तीन-चार महीनों से कचरा रेग्युलर उठाव नहीं हो रहा है. बिना कचरा उठाये ही एजेंसी वेस्ट यूजर चार्ज मांग रही है. यह पूरी तरह गलत है. इसकी समीक्षा की आवश्यकता है. डिप्टी मेयर मंगलवार को निगम कार्यालय कक्ष में पार्षदों के साथ शहर की सफाई की लेकर समीक्षा कर रहे थे. बैठक में कई पार्षद उपस्थित थे, जिसके साथ डिप्टी मेयर ने समीक्षा की. पार्षदों द्वारा बताया कि कुछ वार्डों को छोड़ दिया जाये तो एजेंसी का कार्य बाकी वार्डों में संतोषजनक नहीं है.
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समीक्षा बैठक में मौजूद रहे कई वार्ड पार्षद
समीक्षा बैठक में अरुण कुमार झा (वार्ड पार्षद 26), ओम प्रकाश (वार्ड पार्षद 27), सुनील यादव (वार्ड पार्षद 20), अर्जुन प्रजापति (वार्ड पार्षद 25), अर्जुन यादव (वार्ड पार्षद 10), मो. एहतेशाम (वार्ड पार्षद 21), बिनोद कुमार सिंह (वार्ड पार्षद 34), अशोक यादव (वार्ड पार्षद 31), सुजाता कच्छप (वार्ड पार्षद 7), सविता कुजूर (वार्ड पार्षद 36), हुस्ना आरा (वार्ड पार्षद 4), प्रीति रंजन (वार्ड पार्षद 9), विजयलक्षमी सोनी (वार्ड पार्षद 24), रोशनी खलखो (वार्ड पार्षद 19), नाजिमा रजा (वार्ड पार्षद 16) मौजूद थे.
डिप्टी मेयर ने कहा कि एग्रीमेंट में साफ लिखा गया है कि एजेंसी को हर दिन कचरा उठाना है. आम जनता द्वारा एजेंसी की लगातार शिकायत मिल रही हैं कि वह लोग तीन-तीन साल का बकाया मांग रही है, जबकि एजेंसी ने लगभग छह महीने पहले ही काम शुरू किया है. जब से एजेंसी काम कर रही है, तब से ही उन्हें यूजर चार्ज लेने चाहिए. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के निरीक्षण के दौरान लोगों द्वारा सफाई को लेकर कई तरह की विसंगतियां बतायी गयीं.
पूर्व की कंपनियां जब साफ-सफाई का काम करती थी, उस कंपनी में कार्यरत कर्मचारियों की भी शिकायत हैं कि उनका वेतन दिए बिना ही कंपनी भाग गयी. चूंकि जितने कर्मचारी हैं, वे रांची के ही होते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि भविष्य में जो भी कंपनी साफ-सफाई में लगे, उनके साथ एग्रीमेंट में लिखा जाये कि कंपनी अगर काम छोड़ती हैं, यह उसे हटाया जाता है, उस परिस्थिति में कंपनी में कर्मचारियों का बकाया वेतन का भुगतान करें. अगर कंपनी द्वारा ऐसा नहीं किया जाता है, तो कंपनी की सिक्यूरिटी मनी से कर्मचारियों को वेतन दिया जाये.
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निगम परिषद की अगली बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा
सारी शिकायतों को सुनने के बाद डिप्टी मेयर ने कहा कि निगम परिषद की अगली बैठक में यह प्रस्ताव लाकर इसका निपटारा किया जाएगा. साथ ही एक पत्र एजेंसी को भी लिखा जाएगा, जिससे स्पष्ट किया जायेगा कि जिन घरों से कचरा उठ रहा है, उन्हीं घरों से एजेंसी वेस्ट यूजर चार्ज लिया जाए. साथ ही कहा कि अधिक वेस्ट यूजर चार्ज लेने की शिकायत मिलती है, तो एजेंसी पर डिसिप्नीलरी एक्शन लिया जाएगा.