Medininagar (Palamu) : विश्रामपुर प्रखंड के ब्रहमोरिया मोड़ से तोलरा बाया रेहला को जोड़ने वाली अति महत्वकांक्षी निर्माणाधीन सड़क भू अर्जन विभाग की पेंचीदा व्यवस्था के कारण अधर में लटकी पड़ी है. गुरहा गांव के भू स्वामी को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा अभी तक नहीं मिल पाया है. जिसके कारण गुरहा गांव में लगभग 450 मीटर सड़क निर्माण कार्य अधूरा है. निर्माण कार्य करा रही एजेंसी पिछले तीन साल से मामला सुलझाने का संभव प्रयास कर रही है. बावजूद ग्रामीणों की एक ही मांग है कि पहले मुआवजे का भुगतान हो इसके बाद निर्माण कार्य कराया जाये.
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66 करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क
विदित हो कि 66 करोड़ की लागत से बनने वाली लगभग 16 किलोमीटर की सड़क के निर्माण का लक्ष्य 18 माह निर्धारित किया गया था. जिसमें 107.778 एकड़ जमीन खतियानी तथा वर्तमान रैयतों का अधिग्रहण किया जाना है.जिसका शिलान्यास सितंबर 2019 में कर निर्माण को गति दी गयी. निर्माण कार्य के लिए 18 माह की लंबी अवधि निर्धारित की गयी थी. जिसे केवल छह माह में पूरा कराने का संसाधन गंगा कंस्ट्रक्शन के पास है. लेकिन भू-अर्जन विभाग की पेंचीदा व्यवस्था या कहें लापरवाही के कारण जहां भू-स्वामी परेशान हैं. वहीं निर्माण एजेंसी की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. वहीं भू-स्वामी को मुआवजा नहीं मिलने से भी आक्रोश है.
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किसानों की जमीन अधिग्रहित की गयी
बताया जाता है सड़क निर्माण में मुरमा कला, तोलरा, मल्लाह टोली, लालगढ़, नवगढ़ा, सेमरी तथा अन्य ग्राम के हजारों किसानों की जमीन सड़क के लिए अधिग्रहित की गयी है. लेकिन भू अर्जन के द्वारा अभी तक मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया. लोग जिला कार्यालय की दौड़ लगा रहे हैं.तोलरा गांव के एक दर्जन से अधिक लोग गुरहा गांव पहुंचे, जहां स्थानीय लोगों को समझाने का प्रयास किया गया कि वे सड़क निर्माण कार्य को गति देने में सहयोग करें. सड़क गांव से गुजरने से आवागमन सुदृढ़ हो जाएगा तथा गांव का विकास होगा.
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तीन वर्षों से हो रहा निर्माम कार्य
एजेंसी के नरेंद्र पांडेय ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से निर्माण कार्य में लगे हैं, लेकिन विभाग के द्वारा अधिग्रहण कर जमीन उपलब्ध नहीं करायी गयी, जिस पर निर्माण कार्य कराया जाए. भू-स्वामी पहले मुआवजे की मांग पर अड़े हैं. वहीं विभाग रैयतों को मुआवजे भुगतान नहीं कर रहा है. जिसके कारण निर्माण कार्य अवरुद्ध है.