Sahibganj: साहिबगंज की तत्कालीन महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की मौत मामले की जांच सीबीआई कर रही है. मंगलवार को सीबीआई की टीम घटनास्थल पर जांच के लिए पहुंची. जहां पुलिस लाइन स्थित गंगा भवन सरकारी क्वार्टर में US-1 में संदिग्ध अवस्था में रूपा तिर्की का शव तीन मई को शव बरामद हुआ था. सीबीआई के द्वारा इस केस से जुड़े आधा दर्जन से अधिक लोगों को चिन्हित कर उसके क्वार्टर के आसपास के लोगों से पूछताछ की गई. गौरतलब है कि रूपा तिर्की मौत मामले में बीते एक सितंबर को झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी की अदालत ने सीबीआई को अविलंब केस लेकर जांच करने का निर्देश दिया था. सीबीआई ने इस मामले में कांड संख्या आरसी 0922021S0002 मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है.
प्रथम दृष्टया कई तथ्य पाये गए संदेहास्पद
रूपा तिर्की के पिता देवानंद उरांव ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर रूपा तिर्की की हत्या की आशंका जताते हुए इसकी सीबीआई जांच कराने का आग्रह किया था. 31 अगस्त को अदालत ने इस मामले की सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था. एक सितंबर को अदालत ने सीबीआई जांच के आदेश दिये थे. रूपा तिर्की की मौत तीन मई को हुई थी. उनका शव सरकारी आवास में फंदे में झूलता मिला था. जस्टिस एसके द्विवेदी ने अपने आदेश में कहा था कि इस मामले में प्रथम द्रष्टया कई तथ्य संदेहास्पद पाये गए हैं.
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पुलिस ने दारोगा शिव कनौजिया को किया था गिरफ्तार
साहिबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की मौत मामले में साहिबगंज पुलिस ने 2018 बैच के दारोगा शिव कनौजिया को बीते 9 मई को गिरफ्तार किया था. इस मामले में जिरवाबाड़ी थाना में कांड संख्या 127/21 दर्ज हुआ है. मामले में आगे का अनुसंधान जारी है. गौरतलब है कि साहिबगंज पुलिस की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि रूपा तिर्की का केस हत्या का नहीं, बल्कि यह आत्महत्या का मामला है. रूपा तिर्की के बैचमेट शिव कुमार कनौजिया द्वारा रूपा तिर्की की भावनाओं को आहत किया गया. इसकी वजह से रूपा तिर्की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस आत्महत्या के लिए प्रथम दृष्टया शिव कुमार कनौजिया जिम्मेवार प्रतीत होते हैं. शिव कुमार कनौजिया 2018 बैच के एसआई हैं. वर्तमान में वे चाईबासा में पदस्थापित हैं. शिव और रूपा के बीच दोस्ती थी. मोबाइल पर दोनों के बीच अक्सर बातें होती थीं.
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