NewDelhi : पाकिस्तान में आटा 250 रुपए किलो हो गया है. हमें दुख होता है. हम उन्हें आटा भेज सकते हैं. भारत तो 25-50 लाख टन गेहूं भी उन्हें दे सकता है, लेकिन वो मांगते ही नहीं है. 70 साल पहले वे हमारे साथ ही थे. RSS के सरकार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल ने गुरुवार को यह कहते हुए पाकिस्तान की आर्थिक तंगी पर मोदी सरकार को पड़ोसी धर्म निभाने की सलाह दी.
कहा कि पाकिस्तान की भुखमरी के दौरान भारत उन्हें 10-20 टन गेहूं भेज सकता है. डॉ कृष्ण गोपाल फिल्म प्रोड्यूसर इकबाल दुर्रानी के दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस मौके पर संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेश कुमार भी मौजूद थे.
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वो दिन-रात हमें अपमानित करते हैं, फिर भी…
डॉ कृष्ण गोपाल ने कहा, पाकिस्तान हमसे लड़ता रहा है. भारत से चार युद्ध लड़ चुका है. हमला पाकिस्तान ही करता है. वो दिन-रात हमें अपमानित करते हैं फिर भी हम चाहते हैं कि वो सुखी हों. सह सरकार्यवाह डॉ गोपाल ने सलाह देते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच इस दूरी का क्या फायदा है. हम तो चाहते हैं कि उनके यहां पर कोई कुत्ता भी भूखा ना रहे.
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हम सर्वे भवन्तु सुखिन: में भरोसा करने वाले देश हैं
हम सर्वे भवन्तु सुखिन: में भरोसा करने वाले देश हैं. पाकिस्तान हमसे मांग नहीं रहा है, लेकिन भारत को गेहूं भेज देना चाहिए. भारत की धरती पर कोई भी व्यक्ति भले वह जैन, सिख, वैष्णव, आर्य समाजी हो, वो सर्वे भवंतु सुखिन: के बिना अधूरा है.
पाकिस्तान अपनी बदहाली के लिए खुद जिम्मेदार है
याद करें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक कार्यक्रम में गुरुवार को कहा था कि पाकिस्तान अपनी बदहाली के लिए खुद जिम्मेदार है. कहा कि अगर आप टेररिज्म इंडस्ट्री चलायेंगे तो इस तरह की बड़ी मुसीबत तो आयेंगी ही. जहां तक उनकी मदद करने का सवाल है तो हम सबसे पहले ये देखेंगे कि भारत के लोग इस बारे में क्या सोचते हैं.
पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ कह चुके हैं कि पाकिस्तान पहले ही दिवालिया हो चुका है. हम सब एक डिफॉल्ट हो चुके देश में रह रहे हैं. अब IMF भी हमारी मदद नहीं कर सकता है. हमें खुद ही इसका समाधान ढूंढना होगा.
दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान को बचाने को लेकर प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने बुधवार रात सरकारी खर्च में जबरदस्त कटौती की बात कही थी. कहा था कि वे और कैबिनेट के बाकी मिनिस्टर्स वेतन नहीं लेंगे. सभी बिजली, पानी, गैस और टेलिफोन के बिल अपनी जेब से भरेंगे.