Ranchi : रांची विश्वविद्यालय की इंटरनल कमेटी वूमेंस ग्रीवांस सेल 8 मार्च को महिला हेल्पलाइन नंबर जारी करेगा. महिला हेल्पलाइन नंबर जारी करने को लेकर रांची विश्वविद्यालय द्वारा कवायद शुरू कर दी गई है. इस महिला हेल्पलाइन नंबर से महिलाओं के ऊपर रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत होने वाले उत्पीड़न का निपटारा त्वरित किया जायेगा. हेल्पलाइन नंबर 24 घंटे एक्टिव मोड पर होगा. हेल्पलाइन नंबर के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है, जिसमें कुल 6 सदस्यों की टीम शामिल हैं.
मॉनिटरिंग प्रोफेसर कुमुद कंदिर करेंगी
इंटरनल कमेटी वूमेंस ग्रीवांस सेल की मॉनिटरिंग प्रोफेसर कुमुद कंदिर करेंगी. इसके अलावा मेंबर सेक्रेटरी डॉक्टर स्मृति सिंह, नीता मेहता, सुमित डे, उग्रेस कुमार और एनजीओ विनर व्हील क्लब से प्रोफेसर मीना सहाय शामिल हैं. वूमेंस ग्रीवांस सेल की मेंबर ऑफ सेक्रेटरी प्रोफेसर स्मृति सिंह ने बताया कि फिलहाल यह सेल सुबह 10 बजे से संध्या 5 तक एक्टिव मोड पर होगा. इसके बाद या रिकॉर्डर मोड पर चला जायेगा. लेकिन विश्वविद्यालय इस हेल्पलाइन नंबर को 24 घंटे एक्टिव करने के लिए लगातार कोशिश कर रहा है. जल्द ही इस दिशा में सकारात्मक पहल भी होगी. प्रोफ़ेसर स्मृति सिंह ने बताया कि लगातार महिलाओं के ऊपर उत्पीड़न और शोषण के मामले सामने आते हैं. इन मामलों से रांची विश्वविद्यालय की छवि धूमिल होती है. महिला सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े होते हैं. अब रांची विश्वविद्यालय छात्राओं को अच्छी शिक्षा देने के साथ-साथ सुरक्षा भी प्रदान करेगा. महिला हेल्पलाइन नंबर वर्षों से छात्राओं की मांग रही थी.
ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाली महिलाओं को मिलेगा अधिक लाभ
रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत शुरू होने वाली वूमेंस ग्रीवांस सेल का हेल्पलाइन नंबर ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाली महिलाओं के लिए अधिक कारगर साबित होगा. सेल की मेंबर ऑफ सेक्रेटरी स्मृति सिंह ने बताया कि सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों से शहर में आकर पढ़ने वाली महिलाओं के ऊपर उत्पीड़न के मामले सामने आते हैं. इस हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से महिलाएं अपनी बात गुप्त माध्यम से रख सकती हैं. कंप्लेन मिलते ही संबंधित व्यक्ति पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी.
बैलेंस नहीं होने पर भी लगेगा कॉल, मिलेगी सुरक्षा
वूमेंस ग्रीवांस सेल की मेंबर ऑफ सेक्रेटरी स्मृति सिंह ने बताया कि कई छात्राओं के मोबाइल में बैलेंस नहीं होता है. ऐसे में महिलाएं परेशानियों में पड़ने के दौरान मदद मांगने से वंचित रह जाती हैं, लेकिन यह हेल्पलाइन नंबर पर बैलेंस नहीं होने पर भी कॉल तुरंत लगेगा और तुरंत मदद भी मिलेगी.
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