Ranchi: नेशनल एससी-एसटी हब, एमएसएमई मंत्रालय का महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आयोजन खूंटी में हुआ. इसमें ट्राईबल इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री महिला कोषांग ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेशनल एससी-एसटी हब के मुख्य प्रबंधक किरण मारिया तिरु ने नेशनल एससी एसटी हब की योजनाओं से लोगों को अवगत कराया. उन्होंने ई- टेंडरिंग, जेम इत्यादि की जानकारी भी उपलब्ध कराई. उन्होंने महिला को व्यवसाय में आने के लिए प्रेरित किया. वहीं टिक्की- महिला कोषांग के कन्वेनर डॉ. किडो ने महिलाओं की भागीदारी के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर भी जोर दिया. उन्होंने सूक्ष्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीण महिलाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया.
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महिलाओं के लिए अलग उद्योग नीति बनाने की मांग
डॉ. किडो ने कहा कि आदिवासी महिलाएं मेहनती एवं लगनशील होती है. समाज एवं परिवार में मुख्य भूमिका अदा करती हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में वन उत्पाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है. उन उत्पादों से कई वस्तुएं बनाई जा सकती है. इन्हीं उत्पादों से छोटे-छोटे सूक्ष्म उद्यम स्थापित हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इसी दिशा में हमें काम करने की जरूरत है ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके. डॉ. किड़ों सरकार से महिलाओं के लिए अलग से उद्योग एवं व्यापार नीति बनाने की भी मांग की.
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ये रहे मौजूद
उन्होंने बताया कि जागरूकता कार्यक्रम आगामी 21 को सिमडेगा 23 को लोहरदगा 26 को गुमला एवं 28 सितंबर को रांची में आयोजित की जाएंगी. प्रथम चरण में इस कार्यक्रम का लक्ष्य 5000 महिलाओं को एक छतरी के नीचे लाना है. इस मौके पर अनीमा बा, रोशनी खलखो, अगाथा भेगरा, जूलियानी टोपनो, पुष्पा धान, थानिक गुड़िया, अमृत किशोर भेगरा, सुनील होरो, अंजलि कुजुर, डेजी सुरीन, तूलिका तिर्की, शांति मरीना, प्रिंस राहुल, विनोद कुमार जायसवाल इत्यादि उपस्थित थे.