Ukraine : रूस-यूक्रेन जंग के बीच खबर आयी है कि : रूस बॉर्डर पर नाटो के 30 हजार सैनिकों का जमावड़ा हो गया है. बता दें कि आज युद्ध का28वां दिन खत्म होने जा रहा है. दोनों देशों के बीच जंग जारी है. इसी बीच रूस बॉर्डर पर नाटो देशों के 30 हजार सैनिक युद्धाभ्यास कर रहे हैं. युद्धाभ्यास में परमाणु पनडुब्बी तक शामिल हैं.
जानकारी के अनुसार यूक्रेन बॉर्डर पर पिछले कुछ दिनों में लडाकू विमानों को रडार ने ट्रेस किया गया है. कहा जा रहा है कि ये विमान खतरनाक मिसाइलो से लैस थे. ये विमान ना तो यूक्रेनी और ना ही रूसी सेना के हैं. हंगरी के एयरस्पेस में दाखिल होने के बाद लड़ाकू विमानों से जुड़ी जानकारी को दुनिया के सामने आयी है.
हंगरी एयरस्पेस में दिख रहे लड़ाकू विमान अमेरिका के हो सकते हैं
माना जा रहा है कि यूक्रेन बॉर्डर और हंगरी एयरस्पेस में दिख रहे लड़ाकू विमान अमेरिका के हो सकते हैं. हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. जान लें कि युद्ध के दौरान रूस के 70 से ज्यादा फाइटर प्लेन और 100 से ज्यादा सैन्य हेलिकॉप्टर नष्ट हो चुके हैं. कीव का भूत जिसे बताया जा रहा है और रूसी विमानों को गिराने वाले जिस पायलट के रहस्य में अभी तक रूस उलझा हुआ हैं, ये फाइटर प्लेन अमेरिका के हो सकते हैं. पिछले साल रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि रूस ने एक ऐसी परमाणु मिसाइल तैयार कर ली है जो पूरी दुनिया में कहीं भी मार कर सकती है और हर लक्ष्य को भेद सकती है.
पुतिन का दावा, रूसी मिसाइल को रोक पाना असंभव
पुतिन ने दावा किया है कि इस मिसाइल को रोक पाना असंभव है. रूस के सरकारी टीवी पर पुतिन ने इस संबंध में एक प्रज़ेंटेशन भी दिखाया था. इसमें पुतिन ने कहा कि रूस ऐसे ड्रोन भी तैयार कर रहा है जिन्हें पनडुब्बियों से छोड़ा जा सकेगा और वो परमाणु हमला करने में सक्षम होंगे. कहा था कि रूस की नयी मिसाइल को यूरोप और एशिया में बिछे अमरीकी डिफ़ेंस सिस्टम भी नहीं रोक सकते.
खबर है कि अमरीकी राष्ट्रपति ने भी अपने परमाणु हथियारों के आधुनीकीकरण का ऑर्डर दिया था. ऑर्डर के बाद क्या हुआ, अभी तक दुनिया के लिए ये टॉप सीक्रेट है. मतलब यह कि रूस को यूक्रेन में अगर नहीं रोका गया तो उसका अगला टारगेट रूस से सटे दूसरे देश बनेंगे, जो नाटो के सदस्य हैं. इसलिए आर-पार की लड़ाई के लिए NATO के 30 हजार सैनिकों का युद्धाभ्यास शुरू हो चुका है.
NATO देश और रूस की ताकत में कौन कितना शक्तिशाली
-नाटो देशों के पास 54 लाख, 5 हज़ार, 700 सैनिक हैं
– जबकि रूस के पास 13 लाख, 50 हज़ार सैनिक हैं
– नाटों देशों के पास सक्रिय सैनिकों की संख्या 33 लाख, 66 हज़ार है
– जबकि रूस के पास एक्टिव सोल्जर की तादाद 8 लाख 55 हज़ार है
– नाटो देशों के पास पैरा मिलिट्री यूनिट्स की संख्या 7 लाख, 38 हज़ार, 700 है
– जबकि रूस के पास पैरा मिलिट्री यूनिट्स की संख्या 2 लाख 50 हज़ार है
– नाटो देशों के पास 20,723 एयरक्राफ्ट हैं
– जबकि रूस के पास 4,173 एयरक्राफ्ट हैं
– नाटो देशों के पास ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट 1,048 हैं
– जबकि रूस के पास ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट 739 हैं