Moscow : अगर यूक्रेन अमेरिका के नेतृत्व वाले नाटो मिलिट्री अलायंस का हिस्सा बनता है तो यह घटनाक्रम निश्चित तौर पर थर्ड वर्ल्ड वॉर की ओर ले जायेगा. यह बयान रशियन सिक्योरिटी काउंसिल के एक अधिकारी ने दिया है. बता दें कि रूस की इस खुली चेतावनी के बाद दुनियाभर में दहशत बढ़ गयी है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर बात करें तो यह पिछले सात महीने से अधिक समय से जारी है. 8 अक्टूबर को क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले 19 किलोमीटर लंबे क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद रूस ने रणनीति में बदलाव करते हुए यूक्रेन पर जबरदस्त बमबारी की है. उधर, यूक्रेन भी रूस परपलटवार कर चुका है.
Russian missiles pounded more than 40 Ukrainian cities and towns, officials said, after a U.N. General Assembly resolution called Moscow’s annexation of Ukrainian territory ‘illegal’ and Ukraine’s allies committed more military aid https://t.co/aaS6zDnefb
— Reuters (@Reuters) October 13, 2022
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यूक्रेन के लिए पूरी तरह से नाटो की सदस्यता हासिल करना अभी मुश्किल है
जान लें कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा 30 सितंबर को औपचारिक रूप से यूक्रेन के 18% तक के कब्जे की घोषणा के कुछ ही घंटों बाद, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो की फास्ट-ट्रैक सदस्यता पर अपनी बात रखी. हालांकि, यूक्रेन के लिए पूरी तरह से नाटो की सदस्यता हासिल करना अभी मुश्किल है, क्योंकि इस पर गठबंधन के सभी 30 सदस्यों को मुहर लगानी होगी. TASS ने रूस की सुरक्षा परिषद के उप सचिव अलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव के हवाले से कहा है कि कीव अच्छी तरह से जानता है कि इस तरह के कदम का मतलब तीसरे विश्व युद्ध की गारंटी होगी.
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परमाणु संघर्ष पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा
वेनेडिक्टोव ने कहा कि हमें याद रखना चाहिए कि परमाणु संघर्ष पूरी दुनिया को प्रभावित करेगा – न केवल रूस और सामूहिक पश्चिम, बल्कि इस धरती के सभी देश पर इसका असर होगा. परिणाम सभी मानव जाति के लिए विनाशकारी होंगे. बता दें कि वेनेडिक्टोव सुरक्षा परिषद के सचिव और पुतिन के एक शक्तिशाली सहयोगी, निकोलाई पेत्रुशेव के डिप्टी हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि यूक्रेन का आवेदन दुष्प्रचार था क्योंकि पश्चिम ने नाटो की यूक्रेनी सदस्यता के परिणामों को समझा. कहा किइस तरह के कदम की आत्मघाती प्रकृति को नाटो के सदस्य खुद समझते हैं.
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दुनिया बड़े जोखिम का सामना कर रही : बाइडेन
21 सितंबर को पुतिन ने पश्चिम को चेतावनी दी थी कि वह झांसा नहीं दे रहा है, जब उसने कहा कि वह रूस की रक्षा के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने के लिए तैयार होगा. Fm hj अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि 1962 के क्यूबा मिसाइल संकट के बाद से दुनिया परमाणु हमले को लेकर सबसे बड़े जोखिम का सामना कर रही है. नाटो अगले सप्ताह ‘स्टीडफास्ट नून’ नामक वार्षिक परमाणु तैयारी अभ्यास आयोजित करने वाला है. रूस और अमेरिका अब तक की सबसे बड़ी परमाणु शक्तियां हैं. दोनों दुनिया के लगभग 90% परमाणु हथियारों को नियंत्रित करते हैं.
बता दें कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन नाटो के पूर्व की ओर विस्तार को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका के खिलाफ बार-बार हल्ला बोलते रहे हैं. विशेष रूप से यूक्रेन और जॉर्जिया जैसे पूर्व सोवियत गणराज्यों के लिए, जिसे रूस अपने प्रभाव क्षेत्र का हिस्सा मानता है.