Sahibganj : एक तरफ वन विभाग पत्थर कारोबारियों के साथ कार्यशाला आयोजित कर वन पर्यावरण को बचाने का निर्देश दे रहा है, तो दूसरी तरफ जिले के कई नामचीन पत्थर कारोबारी इसे बर्बाद करने में लगे हुए हैं. इसको लेकर वन विभाग ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. इससे पत्थर कारोबारियों व माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. बीते दिनों जिले के नामचीन पत्थर कंपनी सीटीएस के मालिक अशोक तुलस्यान, जय मां शेरावाली स्टोन वर्क्स के प्रोपराइटर अभयानंद भगत, गणपति स्टोन वर्क्स के प्रोपराइटर तरुण कांत घोष, पिंटू यादव, कासिम अंसारी और अनवारूल अंसारी पर वन विभाग ने वन क्षेत्र में अवैध खनन करने वन भूमि को अतिक्रमित कर लेने, पेड़- पौधों व जीव- जंतु को नुकसान पहुंचाने को लेकर वन अधिनियम की धाराओं 41, 42, 26, 52 के तहत मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी साहिबगंज के न्यायालय में मामला दर्ज कराया है.
अविलंब गिरफ्तारी के साथ जुर्माना लगाने की मांग
इधर, मामला दर्ज होने के बाद जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह पर्यावरण प्रेमी सैयद अरशद नसर ने इन लोगों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग की है. उन्होंने वन पर्यावरण व जीव जंतु को भारी नुकसान पहुंचाने, सरकारी राजस्व का बड़े पैमाने पर चोरी करने व अवैध तरीके से विस्फोटक सामग्री का उपयोग करने के लिए पुलिस व खनन विभाग की ओर से भी इन लोगों पर मुकदमा दर्ज करने के साथ ही पर्यावरणीय क्षतिपूर्ति जुर्माना लगाने की मांग की है. ऐसा नहीं होने पर अरशद ने हाईकोर्ट व एनजीटी में मामला ले जाने की बात कही है.
वन विभाग पहले भी मामला दर्ज करा चुका है
विदित हो कि वन विभाग इससे पूर्व जिले के नामचीन पत्थर कारोबारी कन्हैया खुडानियां व आलोक रंजन पर भी वन क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन का मामला दर्ज करा चुका है. वन विभाग की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से पत्थर कारोबारियों व माफियाओं में हड़कंप मच गया है.
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