Sahibganj : साहिबगंज जिला के तालझारी प्रखंड सभागार में प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई का आयोजन किया गया. जिसमें मनरेगा अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 की योजनाओं का सामाजिक अंकेक्षण किया गया. जनसुनवाई लोकपाल मिथिलेश कुमार झा एवं बीडीओ साइमन मरांडी की उपस्थिति में किया गया. जन सुनवाई के दौरान पीएम आवास, शौचालय, पशु शेड, कूप निर्माण, भूमि समतलीकरण, वृक्षारोपण आदि की समीक्षा की गई. इस दौरान अंकेक्षण दल के शंकर दास, गोपी प्रसाद गुप्ता, मो जहांगीर मनसा ने पंचायत वार योजनाओं की समीक्षा करते हुए उपस्थित ज्यूरी के समक्ष अनियमितता को रखा. पंचायत की योजनाओं में मिली अनियमितता पर ज्यूरी द्वारा त्वरित सुनवाई कर सुधार के निर्देश व भरपाई का आदेश दिया गया. अंकेक्षण के दौरान मजदूरी भुगतान की समस्या सबसे ज्यादा पाई गई. जिसमें एक अनुपालन राशि लगभग 10 लाख आंका जा रहा है. ऐसे सभी योजनाओं में अनियमितता पाए जाने के बावजूद भी पंचायत ऑडिट के दौरान कनीय अभियंता को प्रति योजना एक सौ और जीआरएस को पचास रूपए का जुर्माना लगाकर खानापूर्ति कर दी गई.
जनसुनवाई की कार्रवाई के बाद आम लोगों ने सवाल उठाया कि क्या एमबी बुक होने से पहले ही योजना से राशि की निकासी हो सकती है. एमबी बाद में भी बुक किया जाता है. यह एक जांच का विषय है. वही उसी पंचायत में दूसरी ओर हिंदी बुक में जेई और एई का हस्ताक्षर नहीं पाए जाने पर भी लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. बड़ा दुर्गापुर पंचायत में एक मामला ऐसा भी आया जिसमें आम बागवानी ऑडिट टीम के जांच के दौरान पाया गया कि आम बागवानी में 112 पौधा लगाया गया था लेकिन स्थल पर मात्र 3 पौधा ही जीवित पाया गया. बाकी पौधा का नामोनिशान नहीं था और फिर भी पैसे की निकासी हो गई और यह योजना जारी भी है. इस मामले को प्रखंड स्तरीय जनसुनवाई में पौधा आपूर्तिकर्ता से खराब पौधा देने को लेकर 50 परसेंट योजना का राशि रिटर्न के लिए लिखा गया. मौके पर प्रमुख विरोनिका मुर्मू, बीपीओ जैनी किस्कु, अजीत कुमार, गंगाधर मंडल, मोहम्मद हमीद, पंचायत के मुखिया सहित अन्य मौजूद थे.
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