Sahibganj : जिले के चर्चित सामाजिक कार्यकर्ता सह पर्यावरण प्रेमी सैयद अरशद नसर को मंगलवार की रात्रि करीब दस बजे शहर के पटनिया टोला में पांच अज्ञात लोगों ने घेर कर व पिस्तौल सटा कर गाली गलौज की. मारपीट करते हुए एनजीटी कोर्ट को जज समेत उड़ाने की धमकी दी. पांअज्ञात लोगों ने कहा कि एनजीटी में राजमहल पहाड़ को बचाने व संवर्धन हेतु व अवैध खनन क्रशर व परिवहन पर संपूर्ण रूप से रोक लगाने तथा प्रदूषण आदि से लोगों को निजात दिलाने के लिए तुमने जो याचिका दायर की है, उसे उठा लो. क्योंकि याचिका दायर होने से हम पत्थर कारोबारियों को भारी आर्थिक, शारीरिक व मानसिक क्षति पहुंच रही है. इसलिए तुम याचिका वापस ले लो, नहीं तो तुम्हारी हमलोग हत्या कर देंगे. जिस विस्फोटक सामग्री से हमलोग पहाड़ उड़ाते हैं, उसी विस्फोटक सामग्री से एनजीटी कोर्ट को जज समेत उड़ा देंगे. न रहेगा बांस और न बजेगी बांसुरी. इतना कहते हुए अरशद से जबरन पांच हजार रुपये भी छीन ली.
साहिबगंज नगर थाना में एफआईआर के लिए दिया आवेदन
वहां पर कुछ लोग आ गए तो ये सभी धमकी देते हुए चले गए. कहा कि अगर इसकी कहीं भी शिकायत की तो अंजाम बहुत ही खतरनाक होगा. तुम्हें जो हम लोगों ने कहा है उस पर अमल करो, नहीं तो अभी जो बोला है, उसे हमलोग करके दिखा देंगे. अरशद ने इस घटना को लेकर साहिबगंज नगर थाना में बुधवार को ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने के लिए आवेदन किया है.
एनजीटी में वर्ष 2017 में याचिका दायर की गयी थी
राजमहल के ऐतिहासिक पहाड़ को बचाने की गुहार लगाते हुए पत्थर माफियाओं पर कार्रवाई हेतु अरशद द्वारा एनजीटी में वर्ष 2017 में याचिका दायर की गयी थी. इसकी अगली सुनवाई तिथि 12 अक्टूबर को निर्धारित है. एनजीटी में याचिका दायर करने के चलते अरशद पत्थर माफियाओं के आंख की किरकिरी बन गये हैं और कभी भी इनके साथ अप्रिय घटना हो सकती है. अरशद को जान मारने व एनजीटी कोर्ट को जज समेत उड़ाने की धमकी मिलने से जिला के पुलिस प्रशासनिक पदाधिकारियों समेत लोगों के बीच सनसनी फैल गई है. धमकी मिलने के बाद से अरशद अपनी सुरक्षा के ख्याल से अंडरग्राउंड हो गये हैं.
इसे भी पढ़ें – धनबाद से अवैध कोयला लोड कर जा रहे नौ ट्रक को गिरिडीह पुलिस ने पकड़ा
Subscribe
Login
0 Comments