Ranchi : धर्म प्रचार के लिए रांची दौरे पर आये परम पूज्य सद्गुरू श्री ऋतेश्वर जी महाराज ने देश की शिक्षा पद्धति पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि देश में अभी मैकाले की शिक्षा पद्धति काम कर रही है. जरूरी है कि इसकी जगह सनातन संस्कृति की पढ़ाई स्कूलों में शुरू की जाए. जगत गुरू ने इसके लिए सनातन बोर्ड गठन करने की बात कही है. उनके मुताबिक, अगर ऐसा होता है, तभी यह देश विश्व गुरू बन जाएगा.
डिप्रेशन का खत्मा केवल आध्यमिक शक्ति से ही
उन्होंने कहा है कि आज देश में सबसे बड़ी समस्या मानसिक बीमारी यानी डिप्रेशन को लेकर है. मेडिकल साइंस के पास भी इस ड्रिप्रेशन का कोई इलाज नहीं है. यह मन का रोग है, जिसे केवल आध्यामिक शक्ति से ही खत्म किया जा सकता है. जगत गुरू ने कहा है कि देश में अभी जो मैकाले की शिक्षा पद्धति है, उससे केवल मानसिक तौर पर गुलाम लोग ही पैदा हो रहे हैं. अगर ऐसे शिक्षा पद्धति को न हटाया जाए, तो भारत गुलामी का प्रतीक बनकर ही रह जाएगा.
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अखंड और मजबूत भारत के लिए सहायक है स्कूलों में सनातक संस्कृति की पढ़ाई
उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू के मैकाले शिक्षा पर उठाये सवाल और गुजरात के स्कूलों में भगवतगीता की पढ़ाई का समर्थन जगत गुरू ने किया. उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति का उदय समस्त मानव कल्याण के लिए हुआ है. अगर सनातन संस्कृति को स्कूलों में पढ़ाने की बात हो रही है, तो यह अखंड और मजबूत भारत के लिए काफी सहायक सिद्ध होगा.
हेमंत सोरेन संवेदनशील व्यक्ति, कश्मीर फाइल्स मूवी को टैक्स फ्री करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएंगे
हाल में आयी कश्मीर फाइल्स को लेकर चल रहे विवादों पर जगतगुरू ने कहा कि फिल्म में सच को दिखाया गया है. बीते दिनों जब उन्होंने उत्तर प्रदेश में सीएम योगी आदित्यनाथ से इसे ट्रैक्स फ्री करने की मांग की, तो उन्होंने इसका समर्थन कर प्रदेश में मूवी को टैक्स फ्री कर दिया. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन काफी संवेदनशील व्यक्ति हैं. उन्हें विश्वास है कि वे भी फिल्म की सच्चाई को समझते हुए मूवी को टैक्स फ्री करने की दिशा में सकारात्मक कदम उठाएंगे.
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