MumbaI : असम की गुवाहाटी में जमे शिवसेना के बागी विधायकों पर संजय राउत ने तंज कसा है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने ट्टिट कर बागी विधायकों पर हल्ला बोलते हुए लिखा, कब तक छिपोगे गुवाहाटी में, आना पड़ेगा चौपाटी में. इस क्रम में
संजय राउत ने दावा किया कि बागी एकनाथ शिंदे के खेमे में गये बागी मंत्री अगले 24 घंटे में अपना मंत्री पद गंवा देंगे.
कब तक छीपोगे गोहातीमे..
आना हि पडेगा.. चौपाटीमे.. pic.twitter.com/tu4HcBySSO— Sanjay Raut (@rautsanjay61) June 26, 2022
बागी मंत्रियों को हटाने की प्रक्रिया चल रही है
कल एक मराठी चैनल में राउत ने दावा किया कि बागी मंत्रियों को हटाने की प्रक्रिया चल रही है. राउत ने कहा कि गुलाबराव पाटील, दादा भुसे, संदीपन भुमरे जैसे मंत्रियों को शिवसेना का वफादार कार्यकर्ता माना जाता था. उन्हें उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट मंत्री बनाया था. पार्टी ने उन्हें काफी कुछ दिया है. लेकिन उनलोगों ने गलत रास्ता अपनाया है और वे 24 घंटे में अपना पद गंवा देंगे. बता दें कि विद्रोही खेमे में अन्य मंत्री शंभूराज देसाई, अब्दुल सत्तार और बच्चू कडू शामिल हैं.
ठाणे शहर में दोनों गुटों के बैनर-पोस्टर
महाराष्ट्र के ठाणे शहर में हलचल ज्यादा है. ठाणे शहर में एकनाथ शिंदे के समर्थन में सभी दिशा में बैनर पोस्टर नजर आ रहे हैं. अब इसका जवाब भी मिल रहा है. कल शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समर्थन वाले बैनर भी दिखने लगी. ठाणे में वफादार शिवसैनिक धीरे-धीरे खुलकर सामने आ रहे हैं. बता दें कि सावरकर नगर में उद्धव ठाकरे के समर्थन में बैनर लगाया गया है. बैनर में लिखा गया है कि समय संकट का है, लेकिन समय को बोलो संघर्ष विरासत को लेकर है. साथ ही ठाणे मनपा मुख्यालय के सामने स्थित चंदनवाडी शिवसेना शाखा में उद्धव ठाकरे के समर्थन में कई बैनर नजर आ रहे हैं.
देश में 500 सेना आयी और गयी, लेकिन बची सिर्फ शिवसेना
शाखा में लगे बैनर में लिखा है कि देश में 500 सेना आयी और गयी, लेकिन बची सिर्फ शिवसेना, ‘नेता बहुत आये और गये, लेकिन बचा शिवसैनिक. आगे लिखा है, शिवसेना को खत्म करने का सपना देखने वाले बहुत आये, लेकिन वे खुद खत्म हो गये. नेता होकर नहीं, बल्कि शिवसैनिक बन वह वफदार रहा, उसे शिवसेना ने बनाये रखा और जब तक सांस चल रही, तब तक वह है शिवसैनिक.
नवनीत राणा ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की
उद्धव ठाकरे के खिलाफ शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह और कुछ बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमले और तोड़फोड़ से नाराज अमरावती से निर्दलीय लोकसभा सदस्य नवनीत राणा ने शनिवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए, जिससे उद्धव ठाकरे की गुंडागर्दी बंद हो और महाराष्ट्र के लोगों की इससे रक्षा की जा सके. एक वीडियो संदेश भी राणा ने जारी किया. मै केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उन सभी विधायकों के परिवारों की सुरक्षा करने का अनुरोध करना चाहती हूं, जो मूल शिवसेना समूह में गये हैं, जिसका नेतृत्व एकनाथ शिंदे कर रहे हैं.