Patna : नेपाल में सप्तकोशी नदी का तटबंध टूट गया है. नदी का पानी तटबंध को तोड़कर गांवों में घुसने से दो हजार परिवार प्रभावित हुए हैं. किसी तरह की अनहोनी ना हो इसलिए निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है. वहीं बिहार में भी इसका बड़ा असर पड़ने वाला है. कई जिलों में तबाही के ये संकेत हो सकते हैं.
बिहार के इन जिलों में पड़ सकता है असर
सुनसरी जिले के बाद मोरंग ही आता है, जिसमें विराटनगर व भारत की अंतरराष्ट्रीय सीमा जोगबनी आती है. तटबंध टूटने के बाद अब अररिया व सुपौल समेत कोसी-सीमांचल क्षेत्र के जिले अधिक प्रभावित हो सकते हैं. कटाव के कारण नदी का प्रवाह गांव में प्रवेश कर गया है. यदि जल स्तर बढ़ता है तो अनुमान है कि 4000 घर प्रभावित होंगे.
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गांव में घुसा पानी
उदयपुर के मुख्य जिला अधिकारी बीरेंद्र कुमार यादव के अनुसार, बेलका-8 लाहौर खोंच डुमरीबोट क्षेत्र को निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है. बुधवार की सुबह सप्तकोशी नदी का बांध टूटकर पानी गांव में घुस गया. तटबंध के टूटने से इसका प्रभाव क्रमशः सप्तरी और सुनसारी जिलों पर पड़ेगा. दोनों जिलों में सतर्कता बरती गई है. सुनसरी व सप्तरी की प्रशासनिक व सुरक्षा व्यवस्था से समन्वय किया जा रहा है. मुख्य जिला अधिकारी यादव ने कहा की जोखिम जैसे-जैसे बढ़ रहा है, हम सतर्कता पर जोर दे रहे है.
बचाव कार्य में प्रशासन
सुनसारी के बरहक्षेत्र नगर पालिका-6 में पानी भर गया है. संभावना है कि नदी का किनारा अपने पुराने स्थान पर लौट आएगा. कई परिवार प्रभावित होंगे. मुख्य जिला अधिकारी यादव ने कहा- क्षति को रोकने के लिए निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर बचाव कार्य किया जा रहा है. वहां रहने वाले लोगों को विस्थापित किया जा रहा है. नेपाल पुलिस, सशस्त्र पुलिस और स्थानीय निवासी घटना स्थल पर बचाव कार्य में जुटे हैं. जलस्तर बढ़ने से खतरा बना हुआ है. मुख्य जिला अधिकारी यादव ने बताया कि जोखिम वाले क्षेत्रों के सीमांकन के साथ ही नागरिकों को सतर्क रहने को कहा गया है. सतर्क रहने और आवश्यक सामानों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने का अनुरोध करने के लिए माइकिंग की जा रही है.
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