Seraikela (Bhagya sagar singh) : श्री जगन्नाथ मंदिर सरायकेला के प्रांगण में आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सह ज्ञान यज्ञ का शनिवार को तीसरा दिन था. कथा का शुभारम्भ सेवानिवृत शिक्षक रमानाथ आचार्य, फकीरा पंडा सहित अन्य गणमान्य के उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया. ओडिशा के पुरी धाम से आये कथावाचक पंडित गौरहरि दाश जी महाराज ने वामन अवतार और विष्णु भगवान के परम भक्त प्रह्लाद की कहानी का रसपान कराया. कथा के क्रम बताया गया किस प्रकार देवों और दैत्यों के मध्य हुए युद्ध में देवता दैत्य बली से हार गए. इसके बाद देवों के राजा इन्द्र भगवान विष्णु की शरण में पहुंचे. तब भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की द्वादशी के दिन अदिति के गर्भ से विष्णु भगवान प्रकट हो अवतार लेते हैं और ब्राह्मण-ब्रह्मचारी का रूप धारण करते हैं और अपनी शरण में आये हुए सभी देवताओं की रक्षा करते हैं. इसी क्रम में भगवान विष्णु के परम भक्त प्रह्लाद की कथा भी विस्तार से सुनाई गयी.
इसे भी पढ़ें : आदित्यपुर : रोटरी क्लब ने एसिया भवन परिसर में सहायता क्लिनिक का किया शुभारंभ
श्री जगन्नाथ सेवा समिति सरायकेला के तत्वावधान में आयोजित इस भागवत कथा प्रवचन कार्यक्रम के आयोजन में समिति के अध्यक्ष राजा सिंहदेव, सचिव पार्थसारथी दाश, चिरंजीवी महापात्र, सुदीप पट्टनायक, परशुराम कबि, अजय साहु, सुमित महापात्र, चन्द्रशेखर कर, प्रशांत महापात्र, दुखुराम साहु, जगन्नाथ मंदिर के पुजारी पंडित बह्मानंद महापात्र एवं पंडित घासी सतपथी सहित अन्य सदस्यों की उपस्थिति रही.