Kiriburu : सारंडा के सबसे चर्चित व कीचड़, दलदल में तब्दील तितलीघाट-बहदा सड़क का निरीक्षण पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने पैदल किया. उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठक कर सारंडा के गांवों को अभी तक सड़क एंव पुल-पुलिया से नहीं जोडे़ जाने को लेकर चिंता जताई. मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि खादान क्षेत्र के गांवों व लोगों का विकास हेतु डीएमएफटी फंड का गठन किया गया लेकिन इस फंड का सही इस्तेमाल खादान क्षेत्र के लोगों के विकास के लिए नहीं कर उसका दुरुपयोग व लूट किया जा रहा है जो अत्यन्त चिंता का विषय है.
सरकार की बदनियती के कारण आज भी सारंडा के कई गांव सड़क से नहीं जुड़े
पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने कहा कि आजादी के बाद भी तितलीघाट व बहदा जैसे सारंडा के कई गांव सड़क से जुड़ नहीं पाये. उसरूईया व मारंगपोंगा के बीच नदी पर पुल नहीं बनना सरकार की बदनियती दर्शाती है. हल्की वर्षा मात्र से इस सड़क की स्थिति काफी दयनीय हो जाती है, जिस कारण से बहदा गांव के लोग टापू में रहने के अलावे शहरों व सुविधाओं से कट जाते हैं. उन्होंने कहा कि इस सड़क के निर्माण को लेकर बहदा गांव के ग्रामीण वर्षों से प्रशासनिक अधिकारी, मंत्री, सांसद, विधायक से लेकर सभी सक्षम विभागों का दरवाजा खटखटा चुके हैं लेकिन आज तक किसी ने नहीं सुना. वह स्वंय प्रयास कर तथा सारंडा वन प्रमंडल कार्यालय का चक्कर काट बहुत मुश्किल से तत्कालीन सारंडा के डीएफओ से सड़क बनाने से संबंधित एनओसी प्राप्त कर चक्रधरपुर स्थित पथ निर्माण विभाग कार्यालय को भी दे चुके हैं. उसके बावजूद इस दिशा में कोई कार्य नहीं किया जाना दुःखद है. इस सड़क का निर्माण जल्द एंव गुणवत्ता पूर्ण हो इस हेतु जिला प्रशासन को घेरा जायेगा. इस दौरान मुंडा रोया सिधु, वार्ड सदस्य कामेश्वर माझी, मुगा चाम्पिया आदि अन्य ग्रामीण मौजूद थे.