Ranchi : राष्ट्रीय आदिवासी समाज सरना धर्म रक्षा अभियान के बैनर तले विभिन्न आदिवासी संगठनों की सरना धर्म कोड महारैली की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. यह रैली रांची के मोरहाबादी मैदान में होगी. सरना धर्म गुरु बंधन तिग्गा एवं डॉ करमा उरांव ने बताया कि महारैली के माध्यम से केंद्र सरकार से आगामी जनगणना के विहित परिपत्र के धर्म कॉलम में सातवें धर्म के रूप में सरना धर्म शामिल करने, कॉमन सिविल कोड लागू नहीं करने, पेसा कानून और समता जजमेंट लागू करने, पांचवीं अनुसूची के प्रावधानों का पालन करने, सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट उल्लंघन पर रोक एवं कार्रवाई करने, अनुसूचित जनजाति के बैकलॉग पदों को भरने, अनुबंध पर कार्यरत कर्मियों को आरक्षण रोस्टर अनुपालन के साथ स्थायी करने, कुरमी जाति को अनुसूचित जनजाति में शामिल नहीं करने, नियोजन नीति में तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय पदों पर शत प्रतिशत स्थानीय लोगों को नियुक्ति करने, पारसनाथ मरंगबुरू आदिवासी समुदाय के पूजा स्थल के रूप में अधिसूचित करने पर प्रस्ताव लाकर केंद्र एवं राज्य सरकार से मांग की जाएगी.
नेपाल, भूटान, बांग्लादेश के सरना धर्मावलंबी भी आएंगे
इस महारैली में संगठनों की ओर से बड़ी संख्या में आदिवासियों के भाग लेने का दावा किया गया है, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों सहित नेपाल, भूटान, बांग्लादेश के सरना धर्मावलंबी भी आएंगे.
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