Ranchi : दामोदर बचाओ आंदोलन के अगुवा और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 5 जून को सुबह 9 बजे पंचेत जलाशय से पांच दिवसीय “दामोदर नदी प्रदूषण समीक्षा यात्रा” शुरू करेंगे. पंचेत जलाशय झारखंड में अंतिम स्थल है. यात्रा का समापन 9 जून को चूल्हा पानी में होगा. चूल्हा पानी दामोदर नदी का उद्गम स्थल है. वहीं 9 जून को गंगा दशहरा है. गंगा दशहरा के दिन प्रत्येक वर्ष दामोदर के उद्गम स्थल चूल्हा पानी से पंचेत के बीच नद के किनारे क़रीब 31 स्थानों पर दामोदर महोत्सव मनाया जाता है.
शहरों के जल-मल से नदी को होने वाला प्रदूषण रोकने पर विशेष जोर
दामोदर बचाओ आंदोलन के प्रणेता सरयू राय ने कहा है कि इस वर्ष दामोदर नद प्रदूषण समीक्षा यात्रा में शहरों के जल-मल से नदी को होने वाले प्रदूषण को रोकने पर विशेष जोर दिया जाएगा. उल्लेखनीय है कि नदियों के किनारे ही सभ्यता का विकास हुआ है. शहरों का उदय एवं विस्तार हुआ है. परंतु शहरों से निकले जल- मल से हो रहे प्रदूषण के कारण आज नदियों के अस्तित्व पर संकट खड़ा हो गया है. ये शहर अब नदियों को लील जाने पर उतारू हैं.
शहरों एवं कस्बों के लोगों को जागरूक करना उद्देश्य
यात्रा का उद्देश्य दामोदर किनारे बसे शहरों एवं कस्बों के लोगों को यह बताना है कि दामोदर नद एवं सभी नदियां बरसात के मौसम में खुद को साफ कर लेते हैं. पर नद-नदियों के किनारे रह रही आबादी और बसे हुए शहर एवं बस्तियों के निवासी वर्ष के बाक़ी समय में इन्हें गंदा करते रहते हैं. यदि हम नदियों को गंदा करना छोड़ दें, तो नदी साफ रहेगी.
नदियों को नगरीय प्रदूषण से मुक्त कराया जायेगा
श्री राय ने कहा कि जिस तरह उन्होंने दामोदर को औद्योगिक प्रदूषण से मुक्त कराने में सफलता पायी है, उसी तरह जन सहयोग प्राप्त कर और जनजागृति पैदा कर इसे नगरीय प्रदूषण से भी मुक्त कराया जायेगा. केवल दामोदर ही नहीं बल्कि राज्य की सभी नदियों को नगरीय प्रदूषण से मुक्त कराया जायेगा. इसके लिए राज्य सरकार और नगरपालिकाओं पर दबाव बनाया जायेगा.
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