NewDelhi : अरुणाचल प्रदेश स्थित तवांग के यांगत्से इलाके में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच 9 दिसंबर को झड़प होने की सैटेलाइट तस्वीर सामने आयी है. सैटेलाइट फोटो में नजर आ रहा है कि चीन ने तवांग से लगी सीमा के पास गांव बसा रखे हैं. साथ ही चीनी सेना ने उस ओर सड़क भी बना रखी है. सूत्रों के अनुसार चीनी सैनिक भारतीय सेना की पोस्ट हटवाने आये थे. लेकिन भारतीय सैनिकों की मुस्तैदी के कारण चीनी सैनिक सफल नहीं हो पाये. दोनों सेनाओं के बीच हुई झड़प में दोनोंओर के कुछ सैनिक घायल हुए हैं.
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सैटेलाइट इमेज में बॉर्डर के पास चीनी गांव दिख रहा
ओपन सोर्स इंटेलीजेंस एकाउंट, डायमेन सिमोन की ओर से जारी सैटेलाइट इमेज में यह साफ तौर पर दिख रहा है कि भारत-चीन सीमा (LAC) के पास चीन ने बॉर्डर विलेज को बसाया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह गांव पूर्व-सैनिकों के लिए बनाया गया है. बताया जाता है कि युद्ध के दौरान इन गांवों को सैनिकों के बैरक में आसानी से बदला जा सकता है. सैटेलाइट इमेज में इस बॉर्डर विलेज से एलएसी तक जाने वाली सड़क भी साफ तौर पर दिख रही है. इस सड़क को चीन ने जुलाई 2022 में बनाया था.
चीनी सेना सोची समझे प्लान के तहत भारतीय पोस्ट को हटाने पहुंची थी
बताया जा रहा है कि 9 दिसंबर को चीनी सेना सोची समझे प्लान के तहत 300 सैनिकों के साथ यांगत्से इलाके में भारतीय पोस्ट को हटाने पहुंचे थे. खबर है कि चीनी सैनिकों के पास कंटीली लाठी और डंडे भी थे. लेकिन भारतीय जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया. दोनों सेनाओं के बीच झड़प शुरू हो गयी. भारतीय जवानों को भारी पड़ता देख चीनी सैनिक पीछे हो गये. चीनी सैनिकों ने पत्थरबाजी भी की. भिड़त में दोनों ओर के सैनिक घायल हुए हैं.
भारत के छह जवानों को इलाज के लिए गुवाहाटी लाया गया है. जानकारी के अनुसार 15 दिन से चीनी सैनिक भारतीय पोस्ट पर हमले की तैयारी कर रहे थे. वे पूर्व से तय रणनीति के तहत 17 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचे थे. लेकिन पहले से तैयार भारतीय जवानों ने मोर्चा संभाला और चीनी सैनिक पीछे हटने को विवश हो गये.
दोनों देश अपनी-अपनी तरफ क्लेम लाइन तक पेट्रोलिंग करते हैं
भारतीय सेना ने बयान जारी करते हुए कहा है कि हमने चीन की साजिश को नाकाम किया है. कहा कि अरुणाचल प्रदेश में एलएसी से सटे कुछ इलाके हैं- जो तमाम सेक्टर्स में आते हैं. यहां दोनों देशों के बीच अलग-अलग परशेप्सन रहा है. दोनों देश अपनी-अपनी तरफ क्लेम लाइन तक पेट्रोलिंग करते हैं. यह 2006 के बाद से हो रहा है. 9 दिसंबर 2022 को चीनी सैनिक एलएसी सेक्टर में आगे बढ़े, जिसका सामना हमारी सेना ने बहुत जोरदार और मजबूती के साथ किया. बाद में दोनों देशों के सैनिक वहां से पीछे हटे. इसके फॉलोअप के तहत भारतीय और चीनी कमांडरों के बीच फ्लैग मीटिंग की गयी.