Samastipur : समस्तीपुर के विभूतिपुर पटपारा गांव में बीते 21 सितंबर को नहाने के दौरान भाई-बहन डूब गए. बच्चों के डूबने की फैली खबर के बाद गांव के सैंकड़ो लोग घाट पर जमा हो गए. लोगों ने पहले अपने स्तर से बच्चों की तलाश शुरू की, मगर कोई पता नहीं चला. घटना की सूचना पर पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारी भी पहुंचे और गोताखोरों की मदद से बच्चों की तलाश शुरू की. मगर कोई पता नहीं चला. इसके बाद 22 सितंबर को एसडीआरएफ की दो टीमों को नदी में शव की तलाश में उतारा गया. टीम रोसड़ा से भी आगे तक पहुंच गयी, मगर बच्चों का कोई अता-पता नहीं चला. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी जब दोनों भाई-बहन का कोई पता नहीं चला तो परिजन अब भगत का सहारा ले रहे हैं. भगत को बुलाकर पूजा-पाठ कराया जा रहा है. गंडक में नाव पर सवार होकर भगत मानर बजाकर पूजा-पाठ कर रहे हैं. इसका वीडियो अब सामने आया है. दोनों भाई-बहन की पहचान पटपारा उत्तर के संजय सहनी के बेटे गोलू (7वर्ष) और बेटी ललिता कुमारी (9 वर्ष) के रूप में हुई है.
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खेलने के दौरान हुआ था हादसा
गंडक नदी किनारे गांव के पांच बच्चे खेल रहे थे. इसी दौरान सभी नहाने चले गए. नहाने के दौरान बच्चे गहरे पानी में चले गए और सभी डूबने लगे. डूब रहे बच्चों पर एक नाविक रामेश्वर सहनी की नजर पड़ी. उन्होंने नदी से तीन बच्चों को छान कर बाहर निकाला, जबकि गोलू व ललिता को नहीं बचाया जा सका. सुरक्षित बाहर निकाले गए बच्चे संजय साहनी के पुत्र मनीष कुमार, राम विनय सैनी की पुत्री अंशु कुमारी और शिबू सहनी की पुत्री विधन कुमारी बताई गई है.
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