Bokaro: चंदनकियारी के एक गोदाम में रेड पड़ी. यहां पर जन वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबों को दिये जानेवाले अनाज की कालाबाजारी हो रही थी. इसका व्यापार अंतरप्रांतीय स्तर पर हो रहा था. बड़े पैमाने पर गोदाम में रखा चावल जब्त कर लिया गया है. जब्त किये गये चावल का कोई स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला है. साथ ही वहां कोई रिसिप्ट भी नहीं मिली है.
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इसकी जानकारी चास के एसडीएम को गुप्त रुप से मिली थी. धनबाद की कुछ पीडीएस दुकानों से अवैध तरीके से चावल की रिपैकेटिंग चंदनकियारी में की जाती है. इन रिपैकेटिंग किये चावलों को पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में बेच दिया जाता है.
एसडीएम ने गोदाम मालिक से मांगा स्पष्टीकरण
इसकी खबर मिलते ही चास के अनुमंडल पदाधिकारी को सूचित किया गया. अनुमंडल पदाधिकारी की कार्यवाई में खुलासा हुआ है कि अंतरप्रांतीय स्तर पर सक्रिय खाद्यान्न माफिया झारखंड के अनाज को पश्चिम बंगाल में बेच रहे थे. ये लोग गरीबों के निवाले से अपनी तिजोरी भर रहे थे. चास के एसडीएम ने चंदनकियारी में चावल गोदाम को सील कर दिया है. उन्होंने गोदाम के मालिक से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए जल्द जवाब देने का आदेश दिया है.
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बोरियों की अदला-बदली की जाती थी
एसडीएम ने बताया कि धनबाद से चावल लाकर बोकारो में स्टोर किया जाता था. यहां पर बोरियों की अदला-बदली की जाती थी. इसके बाद बोरों में लिखे एफसीआई को हटाकर दूसरे बोरों का इस्तेमाल किया जाता था. इन बोरियों को पश्चिम बंगाल के पुरूलिया व अन्य क्षेत्रों में बेच दिया जाता था. गोदाम के पास दो गाड़ियां मिली हैं. इनके नंबर प्लेट से यह पता चला है कि ये गाड़ियां धनबाद और पश्चिम बंगाल की है. इस काम को एक सुसंगठित नेटवर्क के जरिये किया जा रहा था. आज इस खेल से पर्दा उठ गया है.