Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : जिला आयुष औषधालय में रविवार को धन्वंतरि देव की जयंती विधिवत पूजा-अर्चना के साथ मनाई गई. जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विपिन चन्द्र गुप्ता ने बताया कि धर्म ग्रंथों में धन्वंतरि को आयुर्वेद का जनक माना गया है. धर्म ग्रंथों में प्रत्येक देवता किसी न किसी शक्ति से पूर्ण होते हैं. किसी के पास अग्नि की शक्ति है तो कोई प्राण ऊर्जा का कारक है, कोई आकाश तो कोई हवा का संरक्षक बनता है. इसी श्रेणी में धन्वंतरि जी चिकित्सा क्षेत्र में स्थान रखते हैं. पृथ्वी पर उपस्थित समस्त वनस्पतियों और औषधियों के स्वामी भी धन्वंतरि को ही माना गया है.
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उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करने वाले देवता हैं धन्वंतरि
उन्होंने कहा कि पौराणिक मान्यता अनुसार इसी तिथि को समुद्र मंथन के समय अमृत कलश के साथ भगवान धन्वंतरि देव प्रकट हुए थे. इसलिए प्रतिवर्ष धनतेरस को धन्वंतरि देव की जयंती मनायी जाती है. इस अवसर पर होम्योपैथिक चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय चन्द्र मांझी, डॉ आर के प्रजापति सहित जिले के 10 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी एवं आयुष के चिकित्साकर्मी भी उपस्थित रहे.
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