Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : इस वर्ष साप्ताहिक अवकाश रविवार के दिन नववर्ष होने के बावजूद भी सरायकेला के मांस-मछली की दूकान में अपेक्षा से कम भीड़ रही. मछली बाजार के दुकानदारों के अनुसार हर रविवार लगभग तीन क्विंटल मछली की बिक्री होती है लेकिन आज सामान्य दिनों से भी कम बिक्री हुई. कुछ यही हाल खस्सी, मुर्गा एवं बतख के मार्केट का भी रहा. रविवार एवं नववर्ष के नाम पर अतिरिक्त बिक्री की उम्मीद रखे कारोबारियों को हताशा हाथ लगी.
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शोक में डूबा रहना है क्षेत्र
मांस-मटन के बाजार में आज मंदी रहने का मुख्य कारण खरसावां शहीद स्थल कार्यक्रम सहित ओड़िया संस्कृति के शमर दशमी पूजा को बताया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि शहीद दिवस कार्यक्रम को लेकर क्षेत्र में पिकनिक इत्यादि गिने चुने लोग ही मनाते हैं. शहीद दिवस में शोक मनाने के कारण पिकनिक व नव वर्ष का जश्न नहीं मनाया जाता. प्रशासन एवं पुलिस का पूरा महकमा शहीद स्थल के कार्यक्रम में विधि व्यवस्था संधारण में व्यस्त रहता है. ज्यादातर अधिकारी पदाधिकारी परिवार के साथ नववर्ष या साप्ताहिक अवकाश मनाने से वे भी वंचित रह जाते हैं. यहां के ओड़िया संस्कृति के मानने वाले समर दशमी पूजा के कारण भी मांस-मछली से परहेज करते हैं.