Seraikela (Bhagya Sagar Singh) : सरायकेला में कई स्थानों पर सोमवार को ओत गुरु कोल लाको बोदरा की जयंती पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई गई. सरायकेला नगर पंचायत क्षेत्र में आदिवासी हो महासभा, हो युवा महासभा एवं मानकी मुंडा जिला परिषद के संयुक्त तत्वावधान में वारांग क्षिति लिपि के जनक पंडित कोल लाको बोदरा के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए उनका जन्मोत्सव मनाया गया. मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आदिवासी समाज के ऐतिहासिक सभ्यता एवं पहचान को बनाये रखने के प्रयास में गुरु लाको बोदरा ने जीवन भर तपस्या करते रहे.
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ओत गुरू के प्रयास से ही आदिवासियों की अपनी लिपि है
उनके अथक प्रयास का ही परिणाम है कि आज आदिवासियों की अपनी एक लिपि है. उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में आज हमें यह संकल्प लेना होगा कि अपने भाषा, संस्कृति एवं लिपि के संरक्षण एवं विकास के कार्य को हम आगे बढ़ाते रहें. साथ ही सामाजिक एकता भी अत्यंत आवश्यक है. हम सामाजिक स्तर पर जब भी अवसर मिले तो एकत्रित होकर अपने अपने विचारों का आदान प्रदान कर सकते हैं. तभी हम अपने समाज के महान तपस्वी ओत गुरु कोल लाको बोदरा के उद्देश्य को पूर्ण कर सकेंगे.
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कार्यक्रम में ये लोग थे उपस्थित
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अनिल सोरेन, विशिष्ट अतिथि शंकर सोय, सम्मानित अतिथि लखन बंदिया, रौकन सुरेन, हो महासभा जिला अध्यक्ष गणेश गागराई, युवा महासभा जिला अध्यक्ष विष्णु बानरा, उपाध्यक्ष आकाश गागराई, मानकी मुंडा जिला परिषद अध्यक्ष कोल झारखंड बोदरा, प्रकाश लामाय, राकेश पूर्ति, सुभाष लामाय, सुंदर बानरा, राजकिशोर लोहरा एवं रानी बोदरा सहित अन्य उपस्थित थे.