Seraikela(Bhagya sagar singh) : चन्द्रग्रहण के सूतक काल को लेकर जिला मुख्यालय सहित अगल-बगल के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हिन्दू देवी देवताओं के मंदिरों के द्वार पर ताला बंद कर दिया गया है. सूतक काल के पूर्व ही देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर ली गई थी, सूतक काल समाप्ति के बाद विधिवत शुद्धिकरण कार्यक्रम के पश्चात पूजा अर्चना शुभारम्भ किया जायेगा.
इसे भी पढ़ें :चाईबासा : टाटा स्टील नोवामुंडी का रन-ए-थॉन 27 नवंबर को, देश भर के धावक करेंगे शिरकत
मंदिरों के द्वार भक्तों के लिये सन्ध्या 7:00 बजे खोल दिए जाएंगे
स्थानीय पुजारी पंडित घासीनाथ सतपथी से जानकारी लेने पर उन्होंने कहा की सूतक काल खंड में पूजा अर्चना सहित अन्य शुभ कार्य भी करना वर्जित है. ग्रन्थों के अनुसार अनेक नियम हैं जिनका अनुपालन आम दिनचर्या वाले लोगों के लिये कर पाना असंभव है. जो आध्यात्म क्षेत्र में पूर्ण रूप से जुड़े हैं वही इनका अनुपालन करते हैं. बताया कि इस क्षेत्र में धार्मिक अनुष्ठान ओड़िसा के कोहिनूर पंजी अनुसार किया जाता है. मोटे तौर पर यहां अपराह्न 4:30 से सन्ध्या 6:25 तक ग्रहण काल माना जा रहा है. प्रातः पांच बजे पूर्व बन्द किये गए मंदिरों के द्वार भी भक्तों के लिये सन्ध्या 7:00 बजे तक खोल दिये जायेंगे.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : परसुडीह में विधायक के जन्मदिन पर जरूरतमंदों के बीच कंबल व बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण