Seraikela : बड़बिल गांव को मुख्य रोड से जोड़ने वाली कच्ची सड़क पर दबंगों द्वारा किए जा रहे कब्जे को हटाने के लिए बड़बिल गांव के ग्रामीणों ने सरायकेला के अंचलाधिकारी को आवेदन दिया है. इस बारे में जानकारी देते हुए गांव के युवा श्रीराम हेंब्रम ने बताया कि बड़बिल मौजा में 51 डिसमिल जमीन को अंतिम सेटलमेंट में अनाबाद सर्व साधारण के लिए नामित किया गया है. इसी जमीन पर गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए ग्रामीणों द्वारा श्रमदान कर एक कच्ची सड़क का निर्माण किया गया है, जिसपर ग्रामीणों की आवाजाही होती है. साथ ही सड़क के किनारे ग्रामीणों ने पानी की निकासी के लिए नाले का भी निर्माण किया है. हालांकि, लोगों को आने-जाने में नाले में गिरने के खतरे को देखते हुए ग्रामीणों ने नाले को स्लैब से ढक दिया. लेकिन छह मई की सुबह रंगपुर गांव के गुटुसाई टोला निवासी बबलू हेंब्रम ऊर्फ बोगालु हेंब्रम समेत उसके रिश्तेदारों ने नाले में लगाए गए स्लैब को उखाड़ दिया.
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स्लैब हटा देने से आए दिन नाले में गिर रहे कई ग्रामीण
श्रीराम हेंब्रम ने बताया कि स्लैब को उखाड़ने पर जब ग्रामीणों द्वारा इसके बारे में बात की गई तो उन लोगों ने कहा कि इस जमीन पर हमलोग का बहुत पहले से कब्जा है, अब इस सड़क से कोई आना-जाना नहीं करेगा. यहां हमलोग घर बनाएंगे और जो व्यक्ति बात नहीं मानेगा उसको देख लेने की धमकी दी गई. गांव वालों ने उनसे कहा कि पिछले 40 वर्षो से सभी ग्रामीण इस सड़क का उपयोग कर रहे है. विपक्षी लोगों ने गांव वालों की बात नहीं मानी और अपनी ज़िद पर अड़े रहे. स्लैब के हटा देने से आए दिन कई ग्रामीण नाले में गिर रहे है. इसलिए सभी ग्रामीणों ने अंचलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर रास्ते पर हो रहे कब्जे को हटाने का आग्रह किया है. श्रीराम हेंब्रम ने बताया कि स्लैब उखाड़ने में बोगालु हेंब्रम के साथ उसका भाई अजय हेंब्रम, चाचा का लड़का लक्ष्मण हेंब्रम, चाचा सोमा हेंब्रम ऊर्फ टूरा हेंब्रम, विरामाचंदरपुर गांव के किता टोला निवासी जय सिंह पडेया ये सभी लोग शामिल है.
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