Seraikela(Bhagya sagar singh) : सरायकेला नगरपंचायत क्षेत्र में जहां भी खाली जगह मिला वहां वैध-अवैध तरीके से गुमटी गाड़ कर जमीन कब्जाने की परंपरा पूर्व से ही चली आ रही है. जब जिस क्षेत्र में बाजार की रौनक बढ़ती है उधर के खाली भूखंडों पर सामत आ जाती है. नगर पंचायत कार्यालय के सम्मुख नया अनुमंडल कार्यालय भवन का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. उसे लेकर अब इस क्षेत्र में गुमटी और दुकान कब्जाने का प्रयास शुरू हो गया है. जिस दौर में नगरपंचायत से जिनकी अधिक निकटता रहती है वे ऐसे कार्यों में बाजी मार लेते हैं.
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सही हकदार लाभ से वंचित
इस प्रक्रिया के तहत जो आर्थिक स्तर एवं पहुंच के मामले में कमजोर रहते हैं वे सही हकदार होने के बावजूद इस लाभ से वंचित रह जाते हैं. नगरपंचायत क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में शिक्षित बेरोजगार युवा ऐसे भी हैं जिनके घर की आर्थिक स्थिति अत्यंत कमजोर है. ऐसे युवा वर्ग को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु दुकान आवंटन या गुमटी हेतु भूखण्ड आवंटन के मामले में नगरपंचायत पूरी तरह उदासीन है.
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कुछ तकदीर वालों को ही मिला स्थापित होने का अवसर
अपने नाम पर दुकान आवंटन लेकर या गुमटी स्थापित कर दूसरों को किराए में देने की भी वर्षों पुरानी परंपरा चली आ रही है. बताया जाता है कि वर्षों पूर्व तत्कालीन सरायकेला नगरपालिका क्षेत्र में बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाने का एक अभियान चला था. उस समय जिनकी दुकान और गुमटियां उजड़ी थी उन्हें पुनः सही स्थान पर सही तरीके स्थापित कराने का आश्वासन भी मिला था. परन्तु कुछ ही तकदीर वाले थे जिन्हें स्थापित होने का अवसर मिला. आज के नगरपंचायत द्वारा कभी यह जांचने का प्रयास नहीं किया जाता कि जितनी दुकानें या गुमटियां जिनके नाम पर हैं, वे स्वयं कारोबार करते हैं या किसी को किराए पर दे रखे हैं.
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