Ranchi: झाखंड खाद्य आपूर्ति विभाग के लिए निकलने वाले टेंडरों के निष्पादन का कार्य करने वाली कम्पनी NEML पर हाल में विभाग द्वारा निकाले गए डीएसडी के टेंडर में पक्षपात करने का आरोप लग रहा है. राष्ट्रीय खाद्य आपूर्ति मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष संतोष सोनी के मुताबिक गोड्डा जिले को छोड़कर झारखंड के सभी जिलों में DSD के लिए निविदा निकाली गयी थी और इस टेंडर प्रक्रिया में शामिल वैसी कंपनियों को भी स्क्रूटनी में बाहर कर दिया गया है, जिनका जीएसटी फेल था और यह सब कुछ इसलिए किया जा रहा है ताकि अपनी पसंद की कंपनियों को फायदा पहुंचाया जा सके.
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स्क्रूटनी के बाद लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा वैसी कंपनियों को भी टेंडर प्रक्रिया से बाहर नहीं किया गया जिनका जीएसटी फेल है जबकि टेंडर के लिए यह शर्त रखी गयी थी की जो भी कम्पनी टेंडर भरेगी उसका जीएसटी होना अनिवार्य है.इस प्रकरण के बाद एक बार फिर अन्य ठेकेदारों ने आरोप लगाया है की खाद्य आपूर्ति विभाग में टेंडर के लिए चल रहा है. बता दें कि इससे पहले भी खाद्य आपूर्ति विभाग में कई तरह की अनियमितताओं से जुड़े गम्भीर आरोप लग चुके हैं और विभाग के साथ-साथ NEML के ऊपर भी कई आरोप लगे हैं.
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