Ranchi: पिपुल्स रिपब्लिक ऑफ बांग्लादेश (कोलकाता) के वाणिज्यिक सचिव शमसुल आरिफ ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत गुरुवार को झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बैठक की. चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने बांग्लादेश के वाणिज्यिक सचिव का स्वागत करते हुए झारखण्ड और बांग्लादेश के बीच आपसी व्यापार को बढावा देने की पहल के लिए उनका आभार जताया.
चैंबर भवन में संपन्न हुई इस बैठक में प्रदेश की अर्थव्यवस्था और विकास की संभावनाओं पर सकारात्मक चर्चा हुई और सुझावों का आदान प्रदान किया गया. झारखण्ड और बांग्लादेश के बीच निवेश के अवसरों पर आहूत इस बैठक को महत्वपूर्ण बताते हुए चैंबर अध्यक्ष ने बांग्लादेश और झारखण्ड के स्थानीय व्यापारी और उद्यमियों के बीच वृहद् स्तर पर बी टू बी मीटिंग को जरूरी बताया. यह कहा कि आपसी विचारों के आदान प्रदान से निवेश की संभावनाएं बनेंगी जिससे झारखण्ड और बांग्लादेश के व्यापारियों को लाभ होगा.
वाणिज्यिक सचिव शमसुल आरिफ ने झारखण्ड में औद्योगिक इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए तैयार अनुकूल माहौल की प्रशंसा की और बांग्लादेश में निवेश के लिए झारखण्ड के उद्यमियों को आमंत्रित करने की पेशकश की. उन्होंने बांग्लादेश से चावल, कपास, ऑटोमोबाइल, मसाले, दवा जैसे जरूरी वस्तुओं के निर्यात की जानकारी दी और अन्य संभावित सेक्टर में निवेश के लिए ईच्छुक उद्यमियों को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया.
दक्षिण एशिया मुक्त व्यापार समझौते के तहत वर्ष 2026 तक बांग्लादेश को भारतीय बाजार से अपनी अधिकांश वस्तुओं के आयात पर ड्यूटी फ्री होने की बात कहते हुए कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार ने इस अवधि के बाद होनेवाली परेशानियों पर अपनी चिंता जताई जिसपर सचिव ने अवगत कराया कि दो वर्ष कोविड महामारी को देखते हुए बांग्लादेश सरकार द्वारा भारत सरकार से इस अवधि को तीन वर्ष और विस्तारित करने का अनुरोध किया गया है.
बैठक में चैंबर महासचिव परेश गट्टानी, सह सचिव अमित शर्मा, शैलेष अग्रवाल, कोषाध्यक्ष ज्योति कुमारी, कार्यकारिणी सदस्य रोहित पोद्दार, सुनिल केडिया, डॉ0 अभिषेक रामाधीन, प्रवीण लोहिया, सुनिल सरावगी, प्रवक्ता विकास विजयवर्गीय, पूर्व अध्यक्ष ललित केडिया, केके साबू, पवन शर्मा, उप समिति चेयरमेन बिनोद अग्रवाल, एसबी सिंह, किशन अग्रवाल, रमेश साहू सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे.