MumbaI : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया है. शनिवार को कोल्हापुर के तपोवन मैदान में एनसीपी परिवार संवाद संकल्प सभा में शरद पवार केंद्र सरकार पर बरस पड़े. श्री पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी निशाना साधा. कहा कि देश की राजधानी दिल्ली को सांप्रदायिक दंगों से बचाने में वे विफल रहे है.
हनुमान जयंती के जुलूस के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए पवार ने कहा कि दिल्ली सांप्रदायिक तनाव के कारण जल रही है. दिल्ली राज्य के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, लेकिन इसकी पुलिस केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन आती है.
I saw the tenure of Indira, Rajiv, Narasimha Rao, Manmohan. When leaders from other countries visited India (then), they would go to Delhi, Hyderabad, Kolkata. But the situation has changed now. Though they (leaders) come to India but visit Gujarat: NCP chief Sharad Pawar (23.04) pic.twitter.com/p0JPfjjFaw
— ANI (@ANI) April 24, 2022
दिल्ली में कुछ होता है, तो दुनिया में गलत संदेश जायेगा
पवार ने कहा, अगर दिल्ली में कुछ होता है, तो दुनिया में गलत संदेश जायेगा. दुनिया सोचेगी कि दिल्ली में अशांति है. उन्होंने कहा, दिल्ली हमारी राष्ट्रीय राजधानी है और इसके कुछ हिस्सों में झड़पें हुईं, लोगों ने एक-दूसरे पर हमला किया और आगजनी की गयी.
पवार ने कहा, अमित शाह को दिल्ली को एकीकृत और अविभाजित रखने के लिए कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहे. आरोप लगाया कि शाह के पास शक्ति है, लेकिन वे दिल्ली जैसे शहर को संभाल नहीं पा रहे हैं. इस क्रम में पवार ने राकांपा कार्यकर्ताओं से कहा कि हमें इस देश में सत्ता में मौजूद सांप्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेंकना होगा.
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सत्ता को दिमाग में नहीं लाना चाहिए
पवार ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि राजनीति में हार-जीत होती रहती है लेकिन सत्ता को दिमाग में नहीं लाना चाहिए. उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं का संकुचित विचार देशहित के नहीं है. पवार ने अमित शाह पर भी निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र की जांच एजेंसी सीबीआई और ईडी की कार्रवाई का डर दिखाकर जनप्रतिनिधियों को धमकाया जाता है. लेकिन एनसीपी पार्टी के नेता और कार्यकर्ता इन कार्रवाईयों का करारा जवाब देंगे.
विदेशी नेताओं को अब गुजरात ले जाया जाता है
शरद पवार ने कहा कि मैंने इंदिरा, राजीव, नरसिम्हा राव, मनमोहन का कार्यकाल देखा है, जब अन्य देशों के नेता भारत (तब) आते थे, तो वे दिल्ली, हैदराबाद, कोलकाता जाते थे, लेकिन अब स्थिति बदल गयी है. अब कोई बाहरी देश का नेता आता है तो वह (नेता) भारत आते जरूर हैं लेकिन गुजरात जाते हैं.
पवार ने कहा, मुझे खुशी है कि अंतरराष्ट्रीय नेता गुजरात का दौरा कर रहे हैं, लेकिन चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हो, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग या यूके के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हो, सभी को गुजरात ले जाया गया, न कि किसी अन्य जगह. यह दिखाता है कि दिल्ली के शासक दूसरे राज्यों के बारे में क्या सोचते हैं.
केंद्र सरकार मूर्खों के स्वर्ग में रह रही है.
केंद्रीय जांच एजेंसियों के कथित दुरुपयोग के बारे में पवार ने कहा कि पहले बहुत कम लोग प्रवर्तन निदेशालय के बारे में जानते थे, लेकिन अब ईडी हर जगह है. पवार ने कहा कि पहले उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप लगाया, लेकिन बाद में अपना बयान बदलकर चार करोड़ रुपये कर दिया.
नवाब मलिक को 20 साल पुराने मामले में फंसाया गया था. एनसीपी के दोनों नेता मनी लॉन्ड्रिंग जांच का सामना कर रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, अगर केंद्र सरकार को लगता है कि एनसीपी या अन्य विपक्षी दलों का ईडी या सीबीआई की मदद से गला घोंटा जा सकता है, तो वे मूर्खों के स्वर्ग में रह रहे हैं.