NewDelhi : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर (ने अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में अदालत द्वारा आरोपमुक्त किये जाने के बाद बुधवार को कहा कि उनके साथ न्याय हुआ है, हालांकि उन्हें निराधार आरोपों का सामना करना पड़ा. जान लें कि दिल्ली की एक अदालत ने थरूर को उनकी पत्नी सुनंदा पुष्कर की यहां एक होटल में हुई मौत के मामले में बुधवार को आरोपमुक्त कर दिया.विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने ऑनलाइन माध्यम से सुनवाई करते हुए आदेश पारित किया. थरूर ने न्यायाधीश का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले साढ़े सात साल प्रताड़ना में बीते और यह फैसला बड़ी राहत लेकर आया है.
इसे भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट का फैसला, NDA एग्जाम में बैठ सकेंगी लड़कियां, पांच सितंबर को होगी परीक्षा
मीडिया की ओर से भी बदनामी का सामना करना पड़ा
फैसले के बाद थरूर ने एक बयान जारी कर कहा, ‘मैं न्यायाधीश गीतांजलि गोयल जी का उनके फैसले के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं…इस फैसले से उस दुःस्वप्न की परिणति हुई जिससे मुझे अपनी पत्नी सुनंदा पुष्कर के निधन के बाद गुजरना पड़ा. थरूर के अनुसार उन्हें कई निराधार आरोप झेलने पड़े. मीडिया की ओर से भी बदनामी का सामना करना पड़ा, लेकिन न्यायपालिका में पूरा विश्वास था. उनके विश्वास की आज पुष्टि हुई है. उन्होंने कहा, हमारी न्यायिक प्रणाली में प्रक्रिया ही अक्सर सजा बन जाती है.
अब तथ्य यह है कि न्याय हुआ है और हमारा पूरा परिवार सुनंदा की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करेगा. उन्होंने अपने वकीलों को धन्यवाद दिया. बता दें कि सुनंदा पुष्कर 17 जनवरी 2014 की रात शहर के एक लग्जरी होटल के एक कमरे में मृत मिली थीं. थरूर दंपती होटल में ठहरे हुए थे क्योंकि उस समय केंद्रीय मंत्री रहे थरूर के आधिकारिक बंगले का नवीनीकरण किया जा रहा था.
इसे भी पढ़ें : स्वतंत्रता सेनानियों से तालिबान की तुलना करना पड़ा भारी, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क के खिलाफ राजद्रोह का केस