Latehar: आखिरकार आदिम जनजाति समुदाय की बसमतिया देवी को चलने का सहारा मिल ही गया. वह विगत चार साल से दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कार्यालयों का चक्कर लगा रही थी. दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं रहने के कारण उसे न तो ट्राइसाइकिल मिल पा रहा था और ना ही अन्य कोई सरकारी सुविधा. चार साल पहले एक सड़क दुर्घटना में एक पैर कट गया था. वह बरवाडीह प्रखंड के हेंदेहास ग्राम निवासी है. गत शुक्रवार को बसमतिया देवी ने बरवाडीह की जिला परिषद सदस्य संतोषी शेखर से अपनी पीड़ा बतायी थी. संतोषी शेखर ने उसे सहायता देने का आश्वासन दिया था. उन्होने इसे लेकर सीएम व जिला प्रशासन को सोशल मीडिया एक्स पर ट्विट कर मामले की जानकारी दी थी.
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‘शुभम संदेश’ ने दो मार्च के अंक मे प्रमुखता से किया था प्रकाशित
इस खबर को ‘शुभम संदेश’ अखबार ने अपने दो मार्च के अंक मे प्रमुखता से प्रकाशित किया था. सीएम चंपई सोरेने लातेहार जिला प्रशासन को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. उपायुक्त गरिमा सिंह ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल बसमतिया देवी का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवा कर ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराया. बरवाडीह बीडीओ रेशमा रेखा मिंज व जिप सदस्य संतोषी शेखर ने शनिवार की शाम बसमतिया देवी को ट्राइसाइकिल प्रदान किया.
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