Amarnath Pathak
Hazaribagh : काफी कम समय में पाठकों के बीच सर्वाधिक चर्चित और लोकप्रिय अखबार बनने का गौरव हासिल करनेवाला आपका अपना शुभम संदेश की खबरों को किस तरह अधिकारी गंभीरता से लेते हैं, इसकी एक बानगी 21 अप्रैल के अंक में देखने को मिली. एजुकेशन कॅरियर पेज-2 पर छपी हजारीबाग शिक्षा विभाग की तीनों खबरों पर तीन कार्यालयों से एक साथ संज्ञान लिया गया.
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प्राइमरी एजुकेशन में डीएसई ऑफिस से सेवानिवृत्त शिक्षकों के अर्जित अवकाश की पावना राशि का भुगतान नहीं होने की खबर छपने के बाद तुरंत उस पर ध्यान दिया गया. डीएसई ऑफिस से शिक्षिका रीता कुमारी, शिक्षक हरिनाथ और लखन गोप की पेंशन से संबंधित भुगतान की सारी प्रक्रिया पूरी कर आगे बढ़ा दी गई. यह प्रक्रिया अब ट्रेजरी से पूरी होते ही भुगतान हो जाने की बात कही गई. डीएसई ऑफिस से अब किसी तरह का ऑब्जेक्शन नहीं होने की बात कही गई.
वहीं माध्यमिक शिक्षा में डीईओ से दर्जनों शिक्षकों ने गुहार लगाई थी कि उनका मैट्रिक-इंटर परीक्षा में की गई ड्यूटी का पूर्णत: पारिश्रमिक भुगतान नहीं किया गया है. ‘शुभम संदेश’ में प्रमुखता से यह खबर छपते ही सभी शिक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान संबंधित केंद्राधीक्षक के माध्यम से करा दिया गया.
सबसे बड़ी कार्रवाई आरजेडीई कार्यालय से की गई. जैसे ही ‘शुभम संदेश’ ने यह मामला उठाया कि गिरिडीह डीएसई ऑफिस में कार्यरत पैसे लेकर फर्जी नियुक्ति करने के आरोपी लिपिक कौशल किशोर की बर्खास्तगी का निर्णय धूल फांक रहा है. वैसे ही आरजेडीई ने कार्रवाई करते हुए लिपिक की बर्खास्तगी संबंधी पत्र आनन-फानन में जारी कर दिया. इसके साथ ही आरोपी लिपिक कौशल कुमार की बर्खास्तगी पर मुहर लग गई.
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