Jamshedpur : उलीडीह थाना का सिख समुदाय ने सोमवार की दोपहर करीब एक बजे से घेराव कर दिया था. यह घेराव दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद समाप्त हुआ. सिख समुदाय मानगो गुरुद्वारा के प्रधान से धक्का-मुक्की, दुर्व्यवहार करने वाले एसआई से माफी मंगवाने की मांग कर रहे थे. लगभग साढ़े तीन बजे डीएसपी सुमित कुमार, उलीडीह थाना प्रभारी और अन्य पदाधिकारियों के समक्ष आरोपी एसआई प्रदीप कुमार ने मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह से दुर्व्यवहार करने पर खेद जताया. सिख समुदाय ने डीएसपी सुमित कुमार को एसआई प्रदीप के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखित आवेदन दिया. इसके बाद डीएसपी ने उसे लाइन क्लोज करने और विभागीय कार्रवाई का आश्वासन दिया. इसके बाद सिख समुदाय के लोगों ने सड़क जाम समाप्त किया. सिखों ने मानगो चौक से डिमना चौक जाने वाली सड़क को उलीडीह थाना के सामने जाम कर रखा था.
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उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले मानगो के उलीडीह थाना क्षेत्र में मोनू होटल में लूटपाट की घटना हुई थी. इस मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार करने केस के आईओ एसआई प्रदीप कुमार उसके घर पहुंचे. वहां आरोपी के नहीं मिलने पर उसके जीजा को उठाकर थाना ले आए. आरोपी के जीजा घाटशिला से अपने ससुराल आए हुए थे. इसकी सूचना मिलने पर मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह उलीडीह थाना पहुंचे. वे थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल से बात कर रहे थे कि आरोपी के जीजा को छोड़ दिया जाए. पकड़ना है तो पिता या घर के किसी अन्य सदस्य को पकड़ें. थाना प्रभारी मेघनाथ उसके जीजा को पकड़ने के मामले को गलत ठहराया. तभी एसआई प्रदीप कुमार आए और उसे छोड़ने से इनकार दिया. वे प्रधान भगवान सिंह के साथ धक्का मुक्की और दुर्व्यवहार करने लगे. एसआई ने कहा कि थाना प्रभारी कुछ नहीं कर सकते इस मामले में. इस घटना की सूचना मिलते ही सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, सरदार शैलेन्द्र सिंह और काफी संख्या में सिख समुदाय के युवक और बुजुर्ग उलीडीह थाना पहुंच गए. वे गुरुद्वारा प्रधान के साथ दुर्व्यवहार करने वाले एसआई और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे. वे एसआई को सड़क पर बुलाकर पूरे समाज के सामने माफी मंगवाने पर अड़ गए थे. दूसरी ओर डीएसपी सुमित कुमार और थाना प्रभारी बंद कमरे में माफी मंगवाने की बात कर रहे थे.